देश के तमाम हिस्सों में तापमान में उतार चढ़ाव महसूस किया जा रहा हैं, वहीं, कई हिस्सों में पारे की छलांग जारी है। कल, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में गंगा के कुछ तटीय हिस्सों में अधिकतम तापमान 42 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
वहीं कल, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना के कई हिस्सों, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ तथा सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट देखें तो कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से चार से आठ डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा।
वहीं कल, बिहार, झारखंड और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों तथा उत्तरी ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में भी अधिकतम तापमान सामान्य से चार से आठ डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया गया।
कल, देश भर में रायलसीमा के नांदयाल में अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में न्यूनतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां चलेगी लू या हीटवेव?
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले तीन दिनों के दौरान यानी एक मई तक पश्चिम बंगाल, ओडिशा और बिहार के कई इलाकों, झारखंड के कुछ हिस्सों में लोगों को भीषण लू या हीटवेव का कहर झेलना पड़ सकता है। वहीं इन्हीं राज्यों के कई हिस्सों में भीषण लू के दौर के दो मई तक जारी रहने की आशंका जताई गई है।
वहीं, अगले पांच दिनों के दौरान रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में चलेगी लू, 29 अप्रैल से एक मई के दौरान तेलंगाना, 29 अप्रैल को कोंकण और 29 से 30 अप्रैल के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी लोगों को लू से दो चार होना पड़ेगा।
कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के कई तटीय हिस्सों में लोगों को भीषण लू का प्रकोप झेलना पड़ा, वहीं, बिहार और ओडिशा के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, कोंकण और गोवा, रायलसीमा तथा तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में लू महसूस की गई।
मौसम विभाग लगातार इस बात की जानकारी दे रहा है कि 15 अप्रैल से ओडिशा में और 17 अप्रैल से पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में लगातार लू या हीटवेव का प्रकोप जारी है।
कहां रहेगा गर्म और नमी भरा मौसम?
आज, यानी 29 अप्रैल को पश्चिम असम, मेघालय और त्रिपुरा में गर्म और नमी भरे मौसम के बने रहने के आसार हैं। अगले पांच दिनों के दौरान केरल और माहे, तटीय कर्नाटक, दो मई को तेलंगाना तथा 30 अप्रैल से एक मई के दौरान कोंकण और गोवा में भी लोगों को नमी भरे मौसम का सामना करना पड़ सकता है।
कैसा रहेगा उत्तर भारत में मौसम का मिजाज?
पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती प्रसार के रूप में पूर्वी अफगानिस्तान और आसपास के इलाकों के मध्य स्तरों पर बना हुआ है। एक और चक्रवाती प्रसार उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और इससे सटे इलाकों के निचले स्तरों पर जारी है।
मौसम विभाग ने उपरोक्त गतिविधियों को देखते हुए 29 से 30 अप्रैल के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के तमाम हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश, बर्फबारी तथा वज्रपात होने की आशंका जताई है। इन हिस्सों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में ओले गिरने के भी आसार जताए गए हैं।
आज, 29 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद तथा हिमाचल प्रदेश में बादलों के जमकर बरसने की भी आशंका जताई गई है, इन पहाड़ी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
उत्तर के मैदानी हिस्सों के मौसम में बदलाव की बात करें तो आज, 29 अप्रैल को पंजाब, हरियाणा तथा चंडीगढ़ में बिजली गिरने 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ बारिश होने का पूर्वानुमान है।
वहीं आज, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग की मानें तो आज, यानी 29 अप्रैल को पंजाब के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने के भी आसार हैं।
दक्षिण-मध्य तथा अन्य हिस्सों में कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के मुताबिक, निचले स्तरों पर विदर्भ के पूर्वी हिस्सों से उत्तरी केरल तक एक असंतुलित हवाओं का ट्रफ बना हुआ है। वहीं, एक और ट्रफ रेखा उत्तर-पूर्वी झारखंड से दक्षिणी छत्तीसगढ़ तक बनी हुई है। मौसम संबंधी इस तरह की गतिविधि के चलते 29 अप्रैल को पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में बिजली गिरने, 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। इन हिस्सों में यहां 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।
वहीं, अगले चार से पांच दिनों के दौरान केरल और माहे के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश की संभावना है।
वहीं आज, यानी 29 अप्रैल को लक्षद्वीप में, 29 और 30 अप्रैल को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाओं के चलने की आशंका जताई गई है।
पूर्वोत्तर भारत में क्या कहता है मौसम?
एक चक्रवाती प्रसार पूर्वोत्तर असम के निचले स्तरों पर लगातार जारी है। इसके कारण 29 अप्रैल से 03 मई के दौरान अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने, 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी के आसार हैं। यहां 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
इसी दौरान असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अधिकतर इलाकों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
वहीं, 29 अप्रैल से एक मई के दौरान सिक्किम में और अगले छह से सात दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ बादलों के बरसने तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है। इन दोनों राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बादलों के बरसने का अनुमान है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 28 अप्रैल को 8:30 से 5:30 के दौरान असम और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों तथा लक्षद्वीप में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 28 अप्रैल को 8:30 से 5:30 के दौरान असम के जोरहाट में 3 सेमी, सिक्किम के गंगटोक में 2 सेमी, त्रिपुरा के कैलाशहर में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।