सर्दी में होगा गर्मी का अहसास, दिसंबर से फरवरी तक सामान्य से अधिक रहेगा तापमान : मौसम विभाग

इस बार की सर्दियों के मौसम में, देश के उत्तर, उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और उत्तर-पूर्व भागों में शीतलहर की घटनाओं के सामान्य से कम होने का पूर्वानुमान है
सर्दी में होगा गर्मी का अहसास, दिसंबर से फरवरी तक सामान्य से अधिक रहेगा तापमान : मौसम विभाग
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कल, पहली दिसंबर को भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के द्वारा वर्चुअल कांफ्रेंस कर आने वाले महीनों में मौसम के मिजाज की जानकारी दी गई। मौसम विभाग के महानिदेशक, डॉ मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि सर्दियों के मौसम, दिसंबर 2023 से फरवरी 2024 के दौरान, देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान के सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि अगस्त, सितंबर और नवंबर 2023 के महीने 1901 के बाद से लेकर अब तक के सबसे गर्म माह रहे हैं।

महापात्र ने आगे बताया कि दिसंबर 2023 से फरवरी 2024 के दौरान, मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ इलाकों में अधिकतम तापमान के सामान्य से कम रहने की संभावना है, जबकि देश के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य से ऊपर रहने की आशंका जताई गई है।

इसी दौरान देश के उत्तर, उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और उत्तर-पूर्व भागों में शीतलहर की घटनाओं के सामान्य से कम होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

डॉ महापात्र ने बताया कि तमिलनाडु, पुडुचेरी, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, केरल और माहे, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, यानी, भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में दिसंबर के महीने में सामान्य बारिश की संभावना है। यहां बारिश लंबी अवधि के औसत (एलपीए) के 69 से 131 प्रतिशत तक हो सकती है।

दिसंबर 2023 के दौरान पूरे देश में मासिक बारिश के सामान्य से अधिक यानी लंबी अवधि के औसत (एलपीए) के 121 प्रतिशत तक होने की संभावना जताई गई है।

डॉ महापात्र ने कहा कि उत्तर-पश्चिम के अधिकांश हिस्सों, मध्य और पूर्वी भारत के निकटवर्ती क्षेत्रों और भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है

वहीं, पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों, भारत के उत्तरी प्रायद्वीप और मध्य भारत के आसपास के इलाकों में सामान्य से कम बारिश होने की आशंका जताई गई है।

दिसंबर 2023 के दौरान, देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान के सामान्य से अधिक रहने के आसार हैं। वहीं, दिसंबर 2023 में अधिकतम तापमान की बात करें तो, मध्य भारत और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों जहां अधिकतम तापमान के सामान्य रहने की संभावना है, जबकि, देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य से ऊपर रहने की आशंका जताई गई है।

वहीं, 1971 से 2020 के आंकड़ों के आधार पर दिसंबर के दौरान भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में बारिश का एलपीए लगभग 43.0 मिमी है। दिसंबर 2023 के दौरान पूरे देश में मासिक बारिश के सामान्य से अधिक होने की संभावना है।
डॉ महापात्र ने बताया कि, 1971 से 2020 तक के आंकड़ों के आधार पर दिसंबर महीने के दौरान पूरे देश में बारिश का एलपीए लगभग 15.9 मिमी है।

दिसंबर महीने में बारिश संबंधी पूर्वानुमान से पता चलता है कि, उत्तर-पश्चिम के अधिकांश हिस्सों, मध्य और पूर्वी भारत के निकटवर्ती क्षेत्रों और भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ इलाकों में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है। जबकि, पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों, भारत के उत्तरी प्रायद्वीप और मध्य भारत के आसपास के इलाकों में सामान्य से कम बारिश होने की आशंका जताई गई है।

कैसी रहेगी प्रशांत और हिंद महासागर में एसएसटी की स्थिति?
वर्तमान में, भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर पर मध्यम से मजबूत अल नीनो की स्थिति बनी हुई है और मध्य और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के अधिकांश हिस्सों में समुद्र की सतह का तापमान (एसएसटी) औसत से ऊपर है। नवीनतम एमएमसीएफएस के पूर्वानुमान से पता चलता है कि आगामी सर्दियों के मौसम के दौरान मध्यम से मजबूत अल नीनो की स्थिति जारी रह सकती है।

प्रशांत महासागर पर अल नीनो-दक्षिणी दोलन (ईएनएसओ) स्थितियों के अलावा, हिंद महासागर एसएसटी जैसे अन्य कारण भी भारतीय जलवायु पर असर डालते हैं।

वर्तमान में, भूमध्यरेखीय हिंद महासागर पर सकारात्मक हिंद महासागर द्विध्रुव (आईओडी) स्थितियां प्रचलित हैं। नवीनतम एमएमसीएफएस के पूर्वानुमान से पता चलता है कि आगामी महीनों के दौरान सकारात्मक आईओडी की स्थिति के कमजोर होने का अनुमान है।

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