मौसम विभाग के अनुसार,अगले तीन दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के मध्य अरब सागर के शेष इलाकों, कर्नाटक के शेष हिस्सों, दक्षिण महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं।
वहीं, दक्षिण छत्तीसगढ़ और दक्षिण ओडिशा के कुछ इलाकों, पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, ईरान और उसके आसपास के निचले स्तरों पर चक्रवाती प्रसार के रूप में एक नया पश्चिमी विक्षोभ लगातार सक्रिय है। उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अरब सागर से आने वाली दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के अगले तीन से चार दिनों तक जारी रहने का अनुमान है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधि के चलते अगले चार से पांच दिनों के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने तथा हल्की बारिश होने की संभावना है। उत्तर के इन पहाड़ी राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
मौसम विभाग ने आज, उत्तराखंड के कुछ इलाकों में तूफानी हवाओं के साथ ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, पांच से सात जून के दौरान पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़ और दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पांच जून को पूर्वी उत्तर प्रदेश और पांच से आठ जून के दौरान राजस्थान के कुछ हिस्सों में तूफानी हवाओं के हल्की बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। उत्तर के मैदानी इलाकों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक हो सकती है बारिश।
कहां चलेगी धूल भरी आंधी?
आज, यानी पांच जून को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली में धूल भरी आंधी चलने का आसार हैं। वहीं, पांच से आठ जून के दौरान पश्चिमी राजस्थान और छह से आठ जून के दौरान पूर्वी राजस्थान में धूल भरी आंधी चलने की आशंका जताई गई है।
कहां होगी भारी बारिश?
मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती प्रसार और बंगाल की खाड़ी से लेकर पूर्वोत्तर राज्यों के निचले स्तरों पर तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चल रही है। इसके कारण आज, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
उत्तर भारत के अलावा और कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें तथा कहां गिरेगी बिजली?
आज, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, उत्तर आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, झारखंड, ओडिशा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, तेलंगाना, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में तेज हवाओं के साथ वज्रपात की आशंका जताई गई है।
आज, असम और मेघालय, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा तूफानी हवाओं के साथ बूंदाबांदी होने का पूर्वानुमान है।
कहां चलेगी लू या हीटवेव
आज, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में गर्म हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।
वहीं कल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, पश्चिमी राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में लोगों को लू के थपेड़े झेलने पड़े।
कल, देश भर में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के झांसी में अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में न्यूनतम तापमान 22.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के तटों, मन्नार की खाड़ी और समीपवर्ती कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण और इससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, सोमालिया तट, दक्षिण-पश्चिम और समीपवर्ती पश्चिम-मध्य अरब सागर में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका है।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, चार जून को 8:30 से 5:30 के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक, उत्तर आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम मध्य प्रदेश, तेलंगाना, कोंकण और गोवा, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, चार जून को 8:30 से 5:30 के दौरान मध्य महाराष्ट्र के सांगली में 6 सेमी, पुणे में 2 सेमी, गोवा के पंजिम में 5 सेमी, त्रिपुरा के कैलाशहर में 4 सेमी, तेलंगाना के रामागुंडम में 3 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के पानगढ़ में 2 सेमी, छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में 2 सेमी, केरल और माहे के कोट्टायम में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।