देश भर में मॉनसून सक्रिय है, जहां उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में बारिश में कमी देखी जा रही थी, मौसम विभाग ने कहा कि वहां भारी बारिश हो सकती है। वहीं भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के इलाकों में अब तक 25 फीसदी मॉनसूनी बारिश अधिक हुई है। गुजरात और महाराष्ट्र के कई इलाके जलमग्न हैं, बाढ़ वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजे जाने की खबर है।
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में मौसम संबंधी विभिन्न गतिविधियों का जिक्र किया गया है, जहां एक ओर मॉनसून ट्रफ के अपने सामान्य स्थिति के करीब होना बताया गया है तथा अगले चार से पांच दिनों तक इसके ऐसे ही बने रहने की संभावना जताई गई है।
वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों और उससे सटे उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र अब पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों और उससे सटे उत्तरी ओडिशा के ऊपर बन गया है। इससे जुड़ा चक्रवाती प्रसार समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। अगले 24 घंटों के दौरान इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का अनुमान लगाया गया है।
उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों को देखते हुए मौसम विभाग ने आज, मध्य महाराष्ट्र के घाट के अलग-अलग इलाकों में बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश होने के आसार जताए हैं, मौसम विभाग ने यहां 20 सेमी या उससे अधिक बारिश होने की आशंका जताई है।
वहीं आज, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा, गुजरात, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है, इन राज्यों में 12 सेमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
जबकि आज, हरियाणा, पूर्वी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान, ओडिशा, मराठवाड़ा, सौराष्ट्र और कच्छ, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे तथा उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में सात सेमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
वहीं कल, पश्चिमी मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में गंगा के अलग-अलग तटीय इलाकों में भारी बारिश हुई।
कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?
आज, गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे तक की गति के साथ चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, जम्मू और कश्मीर लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और बिहार के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश तथा वज्रपात होने के आसार हैं।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक आज, उत्तर-पूर्व और उससे सटे उत्तर-पश्चिम अरब सागर, मध्य अरब सागर के अधिकांश इलाकों, दक्षिण-पूर्व के उत्तरी हिस्सों और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के कई इलाकों, कर्नाटक के साथ-साथ, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका के तट से दूर, दक्षिण-पश्चिम के कई हिस्सों और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों, मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकतर इलाकों, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों, उत्तरी अंडमान सागर, उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के तटों, मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी इलाकों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
आज, महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, तटीय क्षेत्रों में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 70 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
तापमान में उतार चढ़ाव
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक आज, असम, मेघालय और त्रिपुरा में गर्म और नमी भरे मौसम के बने रहने के आसार हैं।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान देखें तो कल, पश्चिम राजस्थान के बीकानेर में अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में विदर्भ के यवतमाल में न्यूनतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 26 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों और ओडिशा के अधिकतर इलाकों, मध्य प्रदेश, विदर्भ, कोंकण और गोवा के कई इलाकों, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, केरल और लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश, गुजरात, बिहार, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मराठवाड़ा, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई दो सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 26 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान पश्चिम मध्य प्रदेश के रायसेन में 8 सेमी, होशंगाबाद में 5 सेमी, पचमढ़ी में 4 सेमी, भोपाल में 3 सेमी, उज्जैन में 2 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के सागर द्वीप में 7 सेमी, दीघा और कलाईकुंडा हर जगह 4 सेमी, आसनसोल, पानागढ़, बांकुरा और मिदनापुर हर जगह 3 सेमी, ओडिशा के कोरापुट में 6 सेमी, नबरंगपुर और जाजपुर हर जगह 5 सेमी, संबलपुर और सोनपुर हर जगह 3 सेमी, केरल के पनाथुर में 5 सेमी, कन्नूर एएमएस में 4 सेमी बारिश हुई।
वहीं कल, पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ और बुलंदशहर हर जगह 4 सेमी, पूर्वी राजस्थान के भरतपुर में 4 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 4 सेमी, पुणे (लवासा) में 3 सेमी, उत्तराखंड के देहरादून में 3 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के नौगोंग में 3 सेमी, छिंदवाड़ा में 2 सेमी, गुजरात के तापी में 3 सेमी, पंचमहल, महिसागर और अहमदाबाद प्रत्येक जगह 2 सेमी, छत्तीसगढ़ के दुर्ग में 3 सेमी, राजनांदगांव, बिलासपुर और रायपुर हर जगह 2 सेमी, कोंकण और गोवा के कोल्हापुर में 3 सेमी और पणजी में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।