मौसम विभाग के अनुसार, 23 से 28 जनवरी तक सुबह और शाम के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में घने से बहुत घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। वहीं, 23 से 25 जनवरी की सुबह के दौरान दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को घने कोहरे का सामना करना पड़ सकता है।
जबकि, 23 से 26 जनवरी की सुबह के दौरान राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों और 23 से 24 जनवरी के दौरान उत्तरी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में सुबह और शाम के दौरान घने से बहुत घना कोहरे की स्थिति बरकरार रहने की आशंका जताई गई है।
वहीं, आज और कल सुबह-सुबह हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम और मेघालय, मिजोरम तथा त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाए रहने का पूर्वानुमान है। जबकि 23 से 28 जनवरी की सुबह के दौरान बिहार में कोहरा छाया रहेगा।
कल, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में घने से बहुत घना कोहरा छाया रहा। जबकि, पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग इलाकों, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, बिहार और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा देखा गया। वहीं कल, पश्चिमी राजस्थान और पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरा छाया रहा।
कोहरे के कारण कम दिखाई देने से कल लोगों को यातायात संबंधी समस्याओं से दो चार होना पड़ा। कल, पंजाब के पटियाला में दृश्यता 25 मीटर, हरियाणा के अंबाला में दृश्यता 25 मीटर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा में दृश्यता शून्य रहीं, बरेली में दृश्यता 25 मीटर, झांसी में दृश्यता 200 मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी और प्रयागराज प्रत्येक जगह दृश्यता 25 मीटर, बहराइच और लखनऊ प्रत्येक जगह दृश्यता 50 मीटर, गोरखपुर में दृश्यता 200 मीटर रही।
वहीं कल, दिल्ली के पालम में दृश्यता 50 मीटर, सफदरजंग में दृश्यता 200 मीटर, पूर्वी राजस्थान के जयपुर में दृश्यता 50 मीटर, बिहार के पटना और गया प्रत्येक जगह दृश्यता 50 मीटर, पुनिया में दृश्यता 200 मीटर, त्रिपुरा के अगरतला में दृश्यता 50 मीटर, पश्चिमी राजस्थान के गंगानगर, चूरू और जैसलमेर प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर, पूर्वी मध्य प्रदेश के सतना में दृश्यता 200 मीटर दर्ज की गई।
कहां रहेगा ठंड का कहर?
उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में समुद्र तल से 12.6 किमी ऊपर 130 से 150 समुद्री नॉट की गति से जेट स्ट्रीम हवाओं का चलना लगातार जारी है। इनके कारण उत्तर भारत में शीतलहर और भीषण ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग की मानें तो अगले तीन से चार दिनों के तक जेट स्ट्रीम की इसी तरह की तीव्रता बने रहने के आसार हैं।
उत्तर भारत के तमाम राज्यों में तेज जेट स्ट्रीम हवाओं का दौर जारी है जिनकी वजह से यहां सर्दी के प्रकोप से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। खासकर पंजाब, हरियाणा,चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश तथा बिहार के कुछ हिस्सों में सर्दी के भारी सितम रहने की आशंका जताई गई है। वहीं, पश्चिमी राजस्थान, पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ सकती है।
कल, पंजाब, उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों, हरियाणा-चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों, दक्षिण उत्तराखंड और उत्तरी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा। जबकि कल, बिहार के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के अलग-अलग इलाकों में सर्दी का प्रकोप बना रहा।
आज, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में गंगा के अलग-अलग तटीय हिस्सों में न केवल सर्दी का प्रकोप रहेगा बल्कि, मौसम विभाग ने यहां शीतलहर की चेतावनी भी जारी की है।
कल, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग इलाकों में लोगों को शीतलहर का कहर झेलना पड़ा। जबकि, उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में पाला पड़ने का दौर थम नहीं रहा है।
कहां होगी बारिश-बर्फबारी?
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से लेकर दक्षिण छत्तीसगढ़ तक पूर्वी हवाएं एक ट्रफ के रूप में जारी है। जो उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी पर एंटी-साइक्लोनिक प्रसार बना रहीं है, जिसके कारण अगले तीन से चार दिनों के दौरान विदर्भ, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है।
तापमान में उतार चढ़ाव
जेट स्ट्रीम हवाओं की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। कल, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश और बिहार के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान तीन से सात डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
वहीं कल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस नीचे रहा, जबकि, पंजाब और हरियाणा में न्यूनतम तापमान सामान्य के करीब रहा।
मौसम विभाग की मानें तो अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। वहीं, इसी दौरान देश के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से कम?
कल, देश के मैदानी इलाकों में दतिया (पश्चिम मध्य प्रदेश) में न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक?
कल, पुनालुर (केरल) में अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।