देश की राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के पीछे डिप्रेशन व मॉनसूनी गतिविधि को जिम्मेवार ठहराया जा रहा है। दिल्ली में रुक-रुक कर हो रही बारिश से हो रहे जलजमाव के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं उत्तराखंड के कई इलाकों, खासकर कुमाऊं के अधिकतर जिलों में मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। कल यहां 150 मिमी तक बरसे बादल जिसकी वजह से नदी-नाले उफान पर हैं, कई हिस्सों के बाढ़ की चपेट में आने की खबर है।
वहीं एक डिप्रेशन से छुटकारा पाया ही था कि बांग्लादेश तट पर बना डिप्रेशन पिछले छह घंटों के दौरान 23 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़कर डीप डिप्रेशन में तब्दील होकर विकराल हो गया है।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, आज, 14 सितंबर 2024 को भारतीय समयानुसार यह सुबह के 05:30 बजे यह बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों पर बना रहा।
अब यह पश्चिम बंगाल के कैनिंग से 90 किमी उत्तर-पूर्व और कोलकाता से 100 किमी पूर्व-उत्तर-पूर्व में बना हुआ है। आज शाम तक इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और डीप डिप्रेशन की अपनी तीव्रता को बनाए रखने के आसार हैं। इसके बाद, यह अगले 48 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों और झारखंड में डिप्रेशन के रूप में आगे बढ़ेगा।
विकराल होते डीप डिप्रेशन के कारण आज, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी हिस्सों, उत्तरी ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश, 12 सेमी (120 मिमी) या उससे अधिक, जबकि कुछ हिस्सों में अत्यंत भारी बारिश होने के आसार जताए गए हैं, यहां 20 सेमी (200 मिमी) से अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
जबकि झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है, यहां 12 सेमी (120 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
मौसम विभाग की मानें तो आज, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में सात सेमी (70 मिमी) से अधिक पानी गिर सकता है।
कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?
मौसम विभाग के मुताबिक आज, उत्तराखंड, पश्चिमी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तूफानी हवाओं के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश तथा वज्रपात होने के आसार हैं।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, मध्य अरब सागर के मध्य हिस्सों, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के अधिकतर इलाकों, मध्य बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों, उत्तरी बंगाल की खाड़ी के अधिकांश इलाकों, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों और उत्तरी म्यांमार तट से दूर 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, पश्चिम बंगाल, मन्नार की खाड़ी और उससे सटे ओडिशा तथा बांग्लादेश के तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।
आज, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के पश्चिमी हिस्सों और पश्चिम-मध्य अरब सागर के कई इलाकों, सोमालिया और यमन तथा ओमान के तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक की दर तक पहुंचने की आशंका है।
उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
तापमान में उतार चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी अपडेट की बात करें तो कल, तमिलनाडु के तंजावुर में अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली-रिज में न्यूनतम तापमान 17.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 13 सितंबर को उत्तराखंड और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के अधिकतर इलाकों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, ओडिशा, लक्षद्वीप और कोंकण एवं गोवा के कुछ हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, सौराष्ट्र और कच्छ, मध्य महाराष्ट्र, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, मध्य प्रदेश, असम और मेघालय तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।