भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, तेजी से तीन पश्चिमी विक्षोभों के सक्रिय होने से अगले एक सप्ताह तक उत्तर पश्चिम भारत के मौसम में भारी बदलाव होने का अनुमान लगाया गया है।
इनके कारण आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश तथा बर्फबारी होने का अनुमान है। उत्तर के इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
उपरोक्त हिस्सों में अगले एक सप्ताह के दौरान बारिश तथा बर्फबारी की इस गतिविधि के जारी रहने का पूर्वानुमान है।
वहीं बारिश तथा बर्फबारी के अलावा आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के अलग-अलग हिस्सों तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है।
31 जनवरी और एक फरवरी, 2024 के दौरान पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। यानी इन राज्यों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
जबकि, 31 जनवरी और दो फरवरी को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है।
तापमान में उतार चढ़ाव
देश के तमाम हिस्सों के तापमान में उतार चढ़ाव को देखें तो कल, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उत्तरी राजस्थान, पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सात से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
वहीं कल, बिहार के कुछ हिस्सों और पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के अलग-अलग तटीय हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस नीचे रहा, जबकि दिल्ली और पूर्वी मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान एक से तीन डिग्री सेल्सियस के बीच, यानी काफी नीचे दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने कहा है कि अगले चार दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।
वहीं, अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है, हालांकि उसके बाद यहां न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं दिख रही है।
कल, देश के मैदानी इलाकों में सबौर (बिहार) में न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, कल कारवार (तटीय कर्नाटक) और कन्नूर (केरल) में अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहेगा ठंड का कहर?
देश के कुछ हिस्सों में तापमान के गिरने से ठंड का प्रकोप रहेगा, इनमें बिहार के कुछ हिस्से शामिल हैं जहां भीषण ठंड पड़ने के आसार हैं, वहीं, उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भी सर्दी का प्रकोप रहेगा। वहीं कल, उत्तर प्रदेश, बिहार के कुछ हिस्सों और उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को कड़ाके की ठंड झेलनी पड़ी।
मौसम विभाग की मानें तो इस बढ़ते तापमान और बारिश की वजह से अगले पांच दिनों के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में शीतलहर से राहत मिल सकती है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में कोहरा छाने की बात करें तो आने वाले दो से तीन दिनों के दौरान इसे छुटकारा मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लोगों को घने से बहुत घने कोहरे से दो चार होना पड़ सकता है। जबकि, बिहार के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाने के आसार हैं, वहीं उत्तरी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में भी दिखेगा कोहरा।
कल, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिम उत्तर प्रदेश और बिहार के अलग-अलग हिस्सों में घने से बहुत घने कोहरे का कहर छाया रहा। जबकि कल, दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरा और पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्का कोहरा देखा गया।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 29 जनवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।