उत्तर भारत में कई जगह गिरेंगे ओले, सौराष्ट्र कच्छ में भीषण लू, जानें पूरे देश के मौसम का हाल

कल, सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग इलाकों में लोगों को भीषण लू का प्रकोप झेलना पड़ा, वहीं कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों ओडिशा में भी लोगों को लू का सामना करना पड़ा
उत्तर भारत में कई जगह गिरेंगे ओले, सौराष्ट्र कच्छ में भीषण लू, जानें पूरे देश के मौसम का हाल
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मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ ऊपरी स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार के रूप में सक्रिय हो गया है। इसके कारण आज, 18 अप्रैल से उत्तर-पश्चिम भारत के मौसम में बदलाव होने के आसार हैं।

18 से 21 अप्रैल के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश में तथा 18 और 19 अप्रैल को उत्तराखंड में बिजली गिरने, तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया गया है। उत्तर के इन हिस्सों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

19 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों में भारी बारिश तथा हिमपात का भी आसार जताए गए हैं, इन सभी पहाड़ी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

वहीं, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में मौसमी बदलाव की बात करें तो 18 से 20 अप्रैल के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली में तेज हवाओं के साथ बारिश, बौछारें पड़ने तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है

19 अप्रैल को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और 18 और 19 अप्रैल को पश्चिमी राजस्थान में भी बरस सकते हैं बादल।

कहां होगी ओलावृष्टि?
पश्चिमी विक्षोभ के असर से 18 और 19 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश तथा 19 अप्रैल को उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में ओले गिरने की आशंका जताई गई है

कैसा रहेगा पूर्वोत्तर भारत में मौसम का मिजाज?
वहीं पूर्वोत्तर भारत के मौसम संबंधी पूर्वानुमान की बात करें तो, एक चक्रवाती प्रसार उत्तरी बांग्लादेश और दूसरा पूर्वोत्तर असम पर बना हुआ है, वहीं, पूर्व-पश्चिम हवाएं भी बिहार के निचले स्तरों से मणिपुर तक चल रहीं हैं।

मौसम संबंधी उपरोक्त गतिविधियों के चलते मौसम विभाग ने 18 से 22 अप्रैल के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश, बर्फबारी तथा बिजली गिरने की आशंका जताई है।

वहीं 18 से 22 अप्रैल के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने, तेज हवाओं के साथ बादलों के बरसने तथा हिमपात के आसार जताए गए हैं

मौसम विभाग के अनुसार, आज, यानी 18 अप्रैल को सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, सिक्किम में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

वहीं, 18 से 22 अप्रैल के दौरान अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों, असम और मेघालय में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। इसी दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी बरसेंगे बादल। इन हिस्सों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।

दक्षिण तथा अन्य हिस्सों में केसा रहेगा मौसम?

देश के अन्य हिस्सों के मौसम में बदलाव को देखें तो हवाओं का एक ट्रफ दक्षिण विदर्भ से दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तक तथा दूसरा ट्रफ मन्नार की खाड़ी से दक्षिण तेलंगाना तक निचले स्तरों पर जारी है, इसके कारण 18 से 22 अप्रैल के दौरान मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। यहां 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

18 से 22 अप्रैल के दौरान केरल और माहे में के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, दक्षिण के इन हिस्सों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

वहीं, 19 अप्रैल को केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, यहां 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने के आसार हैं।

तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के अनुसार, कल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, दक्षिण ओडिशा तथा रायलसीमा के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 42 से 43 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। वहीं कल, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र और तेलंगाना के कुछ हिस्सों, विदर्भ और मराठवाड़ा के कई इलाकों में अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।

कल, पश्चिम मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के कुछ तटीय इलाकों, उत्तर प्रदेश, दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस रहा।

वहीं, सौराष्ट्र और कच्छ के कई इलाकों में तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक रहा, तथा उपरोक्त क्षेत्रों के बाकी हिस्सों में सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।

कल, देश भर में सौराष्ट्र और कच्छ के अमरेली में अधिकतम तापमान 44.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के करनाल में न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कहां चलेगी लू या हीटवेव?
18 से 22 अप्रैल के दौरान ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के कुछ तटीय इलाकों में लू या हीटवेव चलने की आशंका जताई गई है। 19 से 21 अप्रैल के दौरान झारखंड में, 18 अप्रैल को मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा, 18 और 19 अप्रैल को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में लू से निजात मिलने के आसार नहीं है।

वहीं, 18 और 19 अप्रैल के दौरान ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में लोगों को भीषण लू का प्रकोप झेलना पड़ सकता है, 19 से 21 अप्रैल के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के अलग-अलग तटीय इलाकों में लोगों को लू का सामना करना पड़ेगा।

कल, सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग इलाकों में लोगों को भीषण लू का प्रकोप झेलना पड़ा, वहीं पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में भी लोगों को लू का सामना करना पड़ा।

कहां रहेगा गर्म और नमी भरा मौसम?
18 से 22 अप्रैल के दौरान ओडिशा और पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में गर्म और नमी भरे मौसम के बने रहने के आसार हैं। 18 और 19 अप्रैल को तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, 18 को केरल और माहे, 18 और 19 अप्रैल को कोंकण और गोवा तथा 20 और 21 अप्रैल को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा और तेलंगाना में लोगों को गर्म और नमी भरे मौसम से दो चार होना पड़ सकता है।

कहां रहेगा रातों का मौसम गर्म
आज, यानी 17 अप्रैल को मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में रात में मौसम के गर्म बने रहने की आशंका जताई गई है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 17 अप्रैल को 8:30 से 5:30 के दौरान असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 16 अप्रैल को 8:30 से 5:30 के दौरान मध्य महाराष्ट्र के सांगली में 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।

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