दिल्ली का पांच साल में सबसे कम तापमान रहा कल, इन हिस्सों में बारिश-बर्फबारी का दौर जारी

10 मार्च की रात से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होकर पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम में बदलाव करने के आसार हैं
दिल्ली का पांच साल में सबसे कम तापमान रहा कल, इन हिस्सों में बारिश-बर्फबारी का दौर जारी
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मौसम हर दिन नए रंग दिखा रहा है। सर्दी के जाते-जाते तथा गर्मी के आने से पहले ठंड ने एक बार फिर से पलटवार किया है। देश की राजधानी दिल्ली समेत भारत के कई हिस्सों में तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। दिल्ली-एनसीआर में सर्द हवाओं ने सुबह और शाम के समय एक बार फिर ठिठुरन बढ़ा दी है।

वहीं, कल दिल्ली के सफदरजंग में न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पांच साल में सबसे कम है। एक मार्च, 2019 को शहर का न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले सप्ताह से दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है।

क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) के मुताबिक, आज दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है और न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस रह सकता है।

वहीं, पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पछुआ हवाओं में एक ट्रफ के रूप में लगातार सक्रिय है। इसकी वजह से आज यानी सात मार्च को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया है। उत्तर भारत के इन हिस्सों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।

मौसम विभाग के तजा पूर्वानुमान के मुताबिक, 10 मार्च की रात से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होकर पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम में बदलाव करने के आसार हैं। इसके चलते 10 से 13 मार्च के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा ऊंचे इलाकों में बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है।

उत्तर भारत को छोड़कर देश के अन्य हिस्सों में मौसम संबंधी बदलाव देखें तो, एक चक्रवाती प्रसार निचले स्तरों पर दक्षिण ओडिशा में लगातार जारी है। इसके कारण सात से नौ मार्च के दौरान ओडिशा में और सात और आठ मार्च को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा होने की संभावना है। इन सभी राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग के मुताबिक, एक और चक्रवाती प्रसार निचले स्तरों पर पूर्वी असम पर बना हुआ है। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ तेजी से पूर्व दिशा की ओर बढ़ रहा है जिसके कारण अगले 24 घंटों के दौरान अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी हो सकती है, मौसम संबंधी इस गतिविधि के अगले छह दिनों तक जारी रहने का अनुमान लगाया गया है।

तापमान में उतार चढ़ाव
मौसम विभाग की मानें तो अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस और मध्य भारत में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है, उसके बाद कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।

वहीं, अगले तीन दिनों के दौरान पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है।

मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार से पांच दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।

वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान रायलसीमा और केरल में गर्म और नमी से भरे मौसम के बने रहने के आसार हैं।

कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के करनाल में न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश भर में रायलसीमा के अनंतपुर में अधिक तापमान 39.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बर्फबारी?
कल, तीन मार्च को 8:30 से 5:30 के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बर्फबारी दर्ज की गई।

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