उत्तर और पूर्वी भारत के अधिकतर हिस्सों में भीषण गर्मी का कहर जारी है, रातों का तापमान सामान्य से अधिक रहने से परेशानी दोगुनी हो गई है। वहीं देश के कुछ हिस्सों को गर्मी से राहत मिलने की संभावना है क्योंकि यहां अगले तीन से चार दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून अपनी मौजूदगी दर्ज करा सकता है, इन हिस्सों में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के कुछ और इलाके शामिल हैं।
मौसम विभाग की मानें तो दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के अगले चार दिनों के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों, बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में भी दस्तक देने की संभावना है।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, पूर्वोत्तर असम के निचले स्तरों मे एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर भारत तक तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। एक और चक्रवाती प्रसार निचले और मध्य स्तरों पर सौराष्ट्र से सटे उत्तर-पूर्व अरब सागर पर जारी है और दूसरा निचले स्तरों पर तटीय आंध्र प्रदेश से सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर स्थित है।
उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों के चलते मौसम विभाग ने आज उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन सभी राज्यों में 204.5 मिमी से भी अधिक बरस सकते हैं बादल।
वहीं आज, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।
आज, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, केरल और माहे, बिहार और ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है, इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक हो सकती है बारिश।
वहीं उत्तर भारत में मौसम संबंधी बदलाव की बात करें तो, पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में जारी है। इसकी वजह से 19 से 22 जून के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने तथा हल्की बारिश होने की संभावना है।
वहीं, 19 और 20 जून के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में वज्रपात होने तथा तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग की मानें तो अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में 25 से 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज सतही हवाएं चलने के आसार जताए गए हैं।
कहां चलेगी लू या हीटवेव
मौसम विभाग के मुताबिक, आज उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भीषण लू या हीटवेव चलने के आसार हैं। वहीं आज, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में लू के प्रकोप की आशंका जताई गई है।
आज, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और ओडिशा में गर्म और उमस भरे मौसम बने रहने की आशंका जताई गई है। वहीं आज, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मौसम के अत्यधिक गर्म बने रहने के आसार हैं। आज, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली के कुछ हिस्सों, राजस्थान के कुछ इलाकों में में रात के मौसम के गर्म रहने की आशंका जताई गई है।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक आज, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका तट, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी से सटे दक्षिण-पश्चिम में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, सोमालिया तट, दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य अरब सागर के आसपास 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।