मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में 15 से 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज सतही हवाएं चलने के आसार हैं। इन हवाओं तथा उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी के चलते एक बार फिर शीतलहर लौट आई है।
मौसम विभाग के मानें तो आज, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में शीतलहर के कहर की आशंका जताई गई है।
तापमान में उतार चढ़ाव
देश के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में उतार चढ़ाव की बात करें तो कल, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली तथा उत्तराखंड के मैदानी इलाकों, उत्तरी राजस्थान और उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान छह से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जो कि सामान्य से काफी नीचे है।
जबकि राजस्थान के बाकी हिस्सों, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान 11 से 16 डिग्री सेल्सियस के बीच था, जो सामान्य से चार से छह डिग्री सेल्सियस अधिक है।
मौसम विभाग के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम, पूर्व और मध्य भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है, हालांकि उसके बाद न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। तापमान में गिरावट के चलते उत्तर भारत के कुछ राज्यों में शीतलहर चलने की आशंका जताई है।
कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के करनाल में न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश भर में आंध्र प्रदेश के कुरनूल में अधिकतम तापमान 38.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां होगी बारिश और बर्फबारी?
मौसम विभाग के मुताबिक, एक चक्रवाती प्रसार उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और आसपास के निचले स्तरों पर जारी है। चक्रवाती प्रसार के कारण आज, सात फरवरी को अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी हो सकती है। अरुणाचल में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
वहीं, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना है, इन सभी राज्यों में भी 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, भारत के प्रायद्वीप में हवाओं का एक ट्रफ जारी है, जिसकी वजह से नौ से 11 फरवरी के दौरान भारत के उत्तरी प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। यहां 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
कहा छाएगा कोहरा?
मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में अभी कोहरे के कहर से निजात मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। अगले दो दिनों तक यहां कोहरा छाया रह सकता है। पूर्वोत्तर के असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।
वहीं कल, ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा छाया रहा, जबकि, पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरा और पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के अलग-अलग हिस्सों में हल्का कोहरा देखा गया।
कोहरे की वजह से देश के कुछ हिस्सों में दृश्यता में कमी रही। कल, ओडिशा के गोपालपुर में दृश्यता 50 मीटर, तटीय आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में दृश्यता 50 मीटर, पूर्वी मध्य प्रदेश के जबलपुर में दृश्यता 200 मीटर, बिहार के गया में दृश्यता 200 मीटर, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के बैंगलोर में दृश्यता 200 मीटर, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के दीघा में दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, छह फरवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, अरुणाचल प्रदेश, असम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।