
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के ताजा अपडेट के अनुसार, ओडिशा तट के पास बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों पर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है साथ ही इससे जुड़ा चक्रवाती प्रसार भी जारी है। वहीं दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने भी देश के कई हिस्सों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है।
उपरोक्त सभी मौसमी गतिविधियों के चलते आज, यानी 28 मई, 2025 को तटीय कर्नाटक, केरल और माहे, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने व भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भीषण बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 204.5 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, असम और मेघालय, आंतरिक कर्नाटक, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश व वज्रपात होने के आसार हैं, यहां बादलों के 115.5 मिमी से 204.4 मिमी तक बरसने के आसार हैं।
मौसम विभाग की मानें तो आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, गुजरात, झारखंड और विदर्भ के अलग-अलग हिस्सों में बिजली कड़कने, तूफानी हवाओं के साथ बादलों के जमकर बरसने का पूर्वानुमान है, इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हवाओं में मध्य स्तरों पर बना हुआ है साथ ही चक्रवाती प्रसार भी जारी है। इसकी वजह से आज, 28 मई, 2025 को हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में तूफानी हवाओं के साथ बारिश व ओलावृष्टि होने का अंदेशा जताया गया है।
वहीं आज, उत्तराखंड, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के अलग-अलग हिस्सों में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं, जबकि उत्तराखंड में भारी बारिश की आशंका जताई गई है, यहां 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
आज, 28 मई, 2025 को हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली और पश्चिम राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा 40 से 50 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की गतिविधि
देश के अलग-अलग हिस्सों में मॉनसून लगातार आगे बढ़ रहा है, मौसम विभाग की मानें तो अगले दो से तीन दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के मध्य अरब सागर के शेष हिस्सों, महाराष्ट्र के कुछ और इलाकों, कर्नाटक के बाकी हिस्सों, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के कुछ और इलाकों, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने की संभावना है।
वहीं मॉनसून के पश्चिम-मध्य के अधिकतर इलाकों और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों तथा पूर्वोत्तर राज्यों के शेष इलाकों व पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बताई जा रही हैं।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस का उछाल आ सकता है।
वहीं अगले तीन दिनों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद अगले चार दिनों के दौरान धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है।
अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वी भारत में भी अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद अगले दो दिनों के दौरान धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 46.6 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में महाराष्ट्र के माथेरान में न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां चलेगी हीटवेव?
पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में पिछले कुछ समय से लगातार लू चल रही है, इसी क्रम में आज, यानी 28 मई, 2025 को भी यहां गर्म हवाओं से राहत मिलती नहीं दिख रही है।
कल कहां हुई भारी से बहुत भारी बारिश?
कल, 27 मई को कोंकण और गोवा के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बरसे बादल।
कल कहां हुई पांच सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 27 मई को कोंकण और गोवा के अलीबाग में 18 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के अहमदनगर में 7 सेमी, तेलंगाना के आदिलाबाद में 5 सेमी, केरल और माहे के पलक्कड़, करिपुर और कोझिकोड प्रत्येक जगह 5 सेमी बारिश दर्ज की गई।