एक तीव्र पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती प्रसार के रूप में पश्चिम अफगानिस्तान और उससे सटे ईरान पर लगातार जारी है, जिसके मध्य और ऊपरी स्तरों पर पछुआ हवाओं का एक ट्रफ बना हुआ है। वहीं, दो चक्रवाती प्रसार राजस्थान के मध्य भागों पर सक्रिय हैं और एक और चक्रवाती प्रसार पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर बना हुआ है। 15 अप्रैल को अरब सागर से उत्तर पश्चिम भारत में भारी नमी आने की संभावना जताई गई है।
मौसम संबंधी उपरोक्त गतिविधियों के चलते आज, यानी 15 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बादलों के बरसने तथा बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया गया है। इन सभी हिस्सों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती प्रसार के कारण आज, 15 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख-गिलगित और बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश तथा बर्फबारी होने का भी अनुमान लगाया गया है, इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने के आसार हैं।
वहीं आज, 15 अप्रैल को उत्तर के मैदानी हिस्सों के पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान और मध्य प्रदेश में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली हवाओं के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।
कहां होगी ओलावृष्टि?
मौसम विभाग के मानें तो आज, यानी 15 अप्रैल को जम्मू के कई हिस्सों, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, वर्तमान में तीव्र पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत से पूर्वोत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है और बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर भारत तक भारी नमी आ रही है, जिसके कारण, 16 से 20 अप्रैल के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ बादलों के बरसने तथा हिमपात की आशंका जताई गई है। पूर्वोत्तर के इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।
वहीं, 16 और 17 अप्रैल, 2024 को अरुणाचल प्रदेश और असम के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, इन दोनों राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने की आशंका जताई गई है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश के तमाम हिस्सों में तापमान में उतार चढ़ाव संबंधी पूर्वानुमान देखें तो कल, तेलंगाना और रायलसीमा के कुछ हिस्सों, पश्चिम बंगाल, झारखंड, सौराष्ट्र और कच्छ, मध्य महाराष्ट्र और ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
वहीं कल, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, वहीं देश के मैदानी इलाकों के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य के करीब रहा।
कल, देश भर में रायलसीमा के कुरनूल में अधिकतम तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां चलेगी लू या हीटवेव?
मौसम विभाग के अनुसार, 15 से 19 अप्रैल, 2024 के दौरान तटीय ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, पश्चिम बंगाल में गंगा के अलग-अलग तटीय इलाकों में लू या हीटवेव से निजात मिलने के आसार नहीं हैं।
कहां रहेगा गर्म और नमी भरा मौसम?
15 से 19 अप्रैल, 2024 के दौरान तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल, कोंकण और गोवा तथा रायलसीमा में और 15 से 17 अप्रैल के दौरान केरल और माहे में गर्म और नमी भरे मौसम से लोगों को दो चार होना पड़ेगा।
वहीं, अगले पांच दिनों के दौरान तटीय ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में, 16 से 19 अप्रैल के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के अलग-अलग तटीय इलाकों में लोगों को गर्म और नमी भरे मौसम का सामना करना पड़ सकता है।
कल कहां हुई बर्फबारी?
कल, 14 अप्रैल को 8:30 से 5:30 के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद तथा हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तराखंड के अलग-अलग ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी दर्ज की गई।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 14 अप्रैल को 8:30 से 5:30 के दौरान हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, सौराष्ट्र और कच्छ, पूर्वी मध्य प्रदेश, असम और मेघालय, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 14 अप्रैल को 8:30 से 5:30 के दौरान असम और मेघालय के शिलांग में 2 सेमी तथा जम्मू के गुलमर्ग में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।