अलर्ट जारी, उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में 204 मिमी से अधिक बारिश के आसार, पूर्वोत्तर में भी बरसेंगे बादल

18 फरवरी को जम्मू के अलग-अलग हिस्सों, 18 और 19 फरवरी को हिमाचल प्रदेश में और 18 से 20 फरवरी के दौरान उत्तराखंड में ओले गिरने की आशंका जताई गई है।
अलर्ट जारी, उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में 204 मिमी से अधिक बारिश के आसार, पूर्वोत्तर में भी बरसेंगे बादल
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मौसम विभाग के अनुसार, आज यानी 17 फरवरी की रात से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होकर उत्तर पश्चिम भारत के मौसम में भारी बदलाव करने के आसार हैं। इसके कारण 17 से 22 फरवरी के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र यानी, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के अधिकतर इलाकों में बिजली गिरने, हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश और बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है

वहीं, 19 फरवरी को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। उत्तर भारत के इन राज्यों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश होने के आसार हैं।

मौसम विभाग की मानें तो, 19 से 21 फरवरी के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, यानी यहां 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है। वहीं, 19 से 22 फरवरी के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश, 20 से 22 फरवरी के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश और 19 से 20 फरवरी के दौरान उत्तरी राजस्थान में भी जमकर बरसेंगे बादल।

कहां होगी आंधी के साथ बारिश और वज्रपात?
पश्चिमी विक्षोभ की वजह से 18 से 20 फरवरी के दौरान पंजाब में, 19 और 20 फरवरी को हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के 50 किमी प्रति घंटे में तब्दील होकर आंधी का रूप लेने के आसार हैं, साथ ही इस दौरान गरज के साथ बौछारें पड़ने, हल्की से लेकर भारी बारिश होने तथा वज्रपात की भी आशंका जताई गई है

कहां होगी ओलावृष्टि?
18 फरवरी को जम्मू के अलग-अलग हिस्सों, 18 और 19 फरवरी को हिमाचल प्रदेश में और 18 से 20 फरवरी के दौरान उत्तराखंड में ओले गिरने की आशंका जताई गई है। 19 और 20 फरवरी को पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में ओलावृष्टि होने के आसार हैं।

वहीं पूर्वोत्तर भारत में मौसम में बदलाव संबंधी पूर्वानुमान देखें तो, मध्य असम के निचले स्तरों पर चक्रवाती प्रसार जारी है, जिसके कारण आज, 17 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय तथा नागालैंड के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इन राज्यों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान है।

वहीं चक्रवाती प्रसार का असर यहीं खत्म होता नहीं दिख रहा है, इसके कारण 21से 24 फरवरी के दौरान पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है।

तापमान में उतार चढ़ाव
देश के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में उतार चढ़ाव की बात करें तो, मौसम विभाग ने बताया है कि, अगले चार से पांच दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। वहीं, अगले चार से पांच दिनों के दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान दो से चार डिग्री सेल्सियस बढ़ सकता है।

इसी दौरान मौसम विभाग के द्वारा पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान के धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना जताई गई है।

वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के हिसार में न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश भर में केरल के कन्नूर में अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कहां छाएगा कोहरा?
वहीं कुछ दिनों तक उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।

वहीं कल, बिहार और तटीय ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में बहुत घना कोहरा देखा गया, जबकि, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में हल्का कोहरा छाया रहा।

कोहरे के कारण देश के कुछ हिस्सों में कल दृश्यता कम रही। कल, बिहार के गया में दृश्यता 50 मीटर से कम रही, भागलपुर एवं पूर्णिया प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, ओडिशा के पारादीप में दृश्यता 50 मीटर से कम रही, भुवनेश्वर में दृश्यता 500 मीटर, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के कोलकाता में दृश्यता 500 मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई।

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