मूसलाधार बारिश के चलते गुजरात के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। कल, गुजरात के वडोदरा में आसमानी आफत बरसी यहां 35 सेमी बारिश दर्ज की गई जिसके कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। स्थानीय मीडिया के अनुसार, भारी बारिश के कारण गुजरात के कई हिस्सों में नदियां उफान पर हैं और बांधों के भर जाने के कारण निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। पानी भरने की वजह से कई गांवों का संपर्क टूट गया जिसके बाद सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
सूरत, भरूच और आणंद जैसे दक्षिण और मध्य गुजरात के जिलों में भारी बारिश की वजह से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ, जिसके चलते कुछ इलाकों में स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश घोषित किए जाने की खबर है।
वहीं उत्तर प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। कई इलाकों में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिसके कारण बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक, झारखंड और उसके आसपास के इलाकों के निचले और मध्य स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। मॉनसून ट्रफ सक्रिय है और अपनी सामान्य स्थिति के करीब है। अगले चार से पांच दिनों के दौरान इसके अपनी सामान्य स्थिति के करीब बने रहने की संभावना है।
वहीं, दक्षिण गुजरात से लेकर उत्तरी केरल के तटों तक समुद्र तल से दूर हवाओं का ट्रफ जारी है। उत्तर गुजरात के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार लगातार जारी है।
उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों को देखते हुए मौसम विभाग ने आज, यानी 25 जुलाई को मध्य महाराष्ट्र, गुजरात तथा कोंकण और गोवा के अलग-अलग इलाकों में बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश होने का अंदेशा जताया है, इन राज्यों में 20 सेमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
वहीं आज, मध्य प्रदेश, ओडिशा और तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में 12 सेमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
आज, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, छत्तीसगढ़, मराठवाड़ा, केरल और माहे, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना तथा आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बरसेंगे बदरा, इन सभी राज्यों में सात सेमी या उससे अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान है।
कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?
आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक आज, उत्तर-पूर्व और उससे सटे उत्तर-पश्चिम अरब सागर, पूर्व मध्य के अधिकतर इलाकों, पश्चिम मध्य अरब सागर के कई हिस्सों, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के उत्तरी इलाकों, कर्नाटक और उत्तरी केरल के तटों, लक्षद्वीप क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका के तट, दक्षिण के कई इलाकों, मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकतर हिस्सों, उत्तर बंगाल की खाड़ी के कई इलाकों, उत्तरी आंध्र प्रदेश के तट और ओडिशा के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकांश इलाकों, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्सों, उत्तरी अंडमान सागर में 45 से 55 प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
आज, गुजरात और उसके आसपास के पूर्वोत्तर अरब सागर, महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के तटों पर 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 70 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
तापमान में उतार चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान देखें तो कल, पश्चिम राजस्थान के जैसलमेर में अधिकतम तापमान 39.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में विदर्भ के यवतमाल में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 24 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान कोंकण और गोवा तथा विदर्भ के अधिकतर इलाकों, मराठवाड़ा, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गुजरात के कई इलाकों, मध्य महाराष्ट्र, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल में गंगा के कुछ मैदानी इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, पश्चिम उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली तथा उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई दो सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 24 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान गुजरात के वडोदरा में 35 सेमी, बुलसर,सूरत और वलसाड हर जगह 3 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 9 सेमी, सतारा में 3 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में 9 सेमी, सागर में 6 सेमी, उमरिया में 4 सेमी, विदर्भ के वर्धा 7 सेमी, चंद्रपुर में 4 सेमी, गढ़चिरौली में 3 सेमी, कोंकण और गोवा के दहानू में 6 सेमी, माथेरान में 3 सेमी, टिबिया में 2 सेमी, हरनाई में 2 सेमी, रत्नागिरी में 2 सेमी बारिश हुई।
वहीं कल, ओडिशा के कोरापुट में 5 सेमी, नबरंगपुर में 5 सेमी, नुआपाड़ा में 3 सेमी, संबलपुर में 3 सेमी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के झांसी में 4 सेमी, शाहजहांपुर में 4 सेमी, छत्तीसगढ़ के दुर्ग में 4 सेमी, बिलासपुर में 3 सेमी, राजनांदगांव में 2 सेमी, केरल और माहे के कासरगोड में 3 सेमी और कन्नूर में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।