
जहां वर्ष 2024 में हमारे देश की भूजल पर निर्भरता में मामूली रूप से वृद्धि हुई है, वहीं कम से कम 16 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) में ऐसे स्थान हैं जहां भूजल का अत्यधिक दोहन किया जा रहा है। यहां वर्षा इत्यादि से हुए “रिचार्ज” की तुलना में अधिक भूजल निकाला जा रहा है। आंकड़ों में समझें -