ओपन-सोर्स स्मार्टफोन एप्लिकेशन से कर सकेंगे नदियों, नालों की निगरानी

ड्राईरिवर ऐप नदियों, नालों और इनमें बहने वाले पानी और सूखे की स्थितियों का दस्तावेजीकरण करने में अहम भूमिका निभा सकता है।
ओपन-सोर्स स्मार्टफोन एप्लिकेशन से कर सकेंगे नदियों, नालों की निगरानी
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दुनिया भर में कई नदियों ने बहना बंद कर दिया हैं या वे सूख गए हैं, विश्व में 50 फीसदी नदियों, नालों का नेटवर्क सूख चुका है। जलवायु परिवर्तन के कारण यह हिस्सा नाटकीय रूप से बढ़ रहा है। कई नदियां जिनमें साल भर पानी बहता रहता था, अब कुछ समय के दौरान पूरी तरह से सूख रही हैं या नदी के तल में बहुत कम मात्रा में पानी बचा है। उदाहरण के लिए, भूमध्य-जलवायु धाराओं में, आमतौर पर गर्मियों में सूखने की अवधि लंबी होती जा रही है, जबकि अधिक आर्द्र और ठंडी जलवायु वाले क्षेत्रों में, नदियां और धाराएं अब पहली बार इन सुखाने वाली अवधि से गुजर रही हैं।

अब लोगों द्वारा वैज्ञानिकों को नदियों और नालों के सूखने की घटनाओं के बारे में जानकारी देकर अहम भूमिका निभाई जा सकती है। जिसमें लोग सूखे नदियों के नेटवर्क को समझने में वैज्ञानिकों की मदद कर सकते हैं। ऐसा करने के लिए, ड्रिवेर ने ड्राईरिवर (DRYvER-DRYRivers) ऐप बनाया है, जिसका उपयोग लोग नदियों, नालों के सुखने की घटनाओं का खाका बनाने के लिए कर सकते हैं।

हर स्मार्टफोन उपयोगकर्ता जो प्रकृति में बाहर का आनंद लेता है, ड्राईरिवर ऐप नदियों, नालों और इनमें बहने वाले पानी और सूखे की स्थितियों का दस्तावेजीकरण करने में अहम भूमिका निभा सकता है। ड्राईरिवर नामक ऐप गूगल प्ले और अन्य ऐप स्टोर पर उपलब्ध है, जिसका सीधे प्रोजेक्ट वेबसाइट पर लिंक उपलब्ध है। 

यह ऐप ओपन-सोर्स है और आसानी से उपयोग किया जा सकता है। इसमें अलग-अलग लेवल है जिसमें आपको अलग-अलग विकल्प दिए गए हैं -

(1) पहला विकल्प नदी के इलाके, स्थल या स्थान को जोड़ता है

(2) इन नदियों और नालों या चैनल की स्थिति कैसी है यानी, क्या चैनल में बहता हुआ पानी है या यह सूखा है, इसके बारे में जानकारी देना शामिल है।

(3) अंत में उस जगह की एक तस्वीर को भी इसमें शामिल करना है।

आप अपना स्थान निर्धारित करने के लिए अपने फोन के जीपीएस का उपयोग कर सकते हैं या आप मानचित्र पर मौजूदा स्थान ढूंढ सकते हैं। जब यह वाई-फाई या मोबाइल इंटरनेट के साथ चल रहा हो तो ऐप सभी आवश्यक आंकड़ों को जमा कर देता है। इसलिए सूखे नदियों  तथा नालों के नेटवर्क खोजने के दौरान इसको नेटवर्क कवरेज की आवश्यकता भी नहीं होती है। एक नया स्थान रिकॉर्ड करने के बाद, आप बस इसे सहेज सकते हैं और बाद में नेटवर्क कनेक्शन फिर से उपलब्ध होने पर जानकारी को अपलोड कर सकते हैं।  

शोधकर्ताओं ने बताया कि ड्राईरिवर ऐप के साथ शोधकर्ताओं द्वारा किए गए सभी अवलोकन खुले तौर पर मौजूद होंगे जिन्हें ड्रिवेर वेबसाइट पर देखा जा सकता है।    

शोधकर्ताओं ने कहा कि ड्राईरिवर ऐप का उपयोग नदियों और नालों के सूखने की घटनाओं के वास्तविक समय के अवलोकन का पहला नेटवर्क तैयार करेगा। अंततः सूखने वाली नदी नेटवर्क का यूरोप के साथ-साथ दुनिया भर का एटलस बनाया जाएगा, जिसमें ड्राईरिवर ऐप, साथ ही अन्य स्रोतों से सभी अवलोकनों को शामिल किया जाएगा। बदले में यह जानकारी उन मॉडलों के विकास का काम करेगी जो नदियों और नदियों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का अनुमान लगाते हैं।

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