26 मई, 2021 (5 ज्येष्ठ, 1943 शक संवत) को चंद्रमा का पूर्ण ग्रहण होगा। भारत से, चंद्रोदय के ठीक बाद, ग्रहण के आंशिक चरण की समाप्ति भारत के उत्तर पूर्वी भागों (सिक्किम को छोड़कर), पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, ओडिशा के कुछ तटीय भागों और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से थोड़े समय के लिए दिखाई देगा।
ग्रहण दक्षिण अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर और हिंद महासागर को कवर करने वाले क्षेत्र में दिखाई देगा।
अगला चंद्र ग्रहण 19 नवंबर, 2021 को भारत में दिखाई देगा। यह आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। आंशिक चरण का अंत अरुणाचल प्रदेश और असम के चरम उत्तर पूर्वी हिस्सों से चंद्रोदय के ठीक बाद बहुत कम समय के लिए दिखाई देगा।
चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है और जब तीनों चीजें एक साथ आ जाती हैं। पूर्ण चंद्र ग्रहण तब होगा जब पूरा चंद्रमा पृथ्वी की छत्रछाया में आ जाएगा और आंशिक चंद्र ग्रहण तब होगा जब चंद्रमा का केवल एक हिस्सा पृथ्वी की छाया के नीचे आता है।