देहरादून से करीब 30 किमी दूर सेलाकुई के शीशमबाड़ा में जनवरी, 2018 में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया गया था। दावा किया गया था कि यहां कचरे का निस्तारण किया जाएगा। इससे खाद और अन्य कई तरह की चीजें बनाने का भी दावा किया गया था। इसके लिए यहां मशीने भी लगाई गई, लेकिन मशीनें एक दिन भी नहीं चली। नतीजा यह हुआ कि प्लांट में कचरे का पहाड़ खड़ा होता चला गया और अब यह पहाड़ आग की चपेट में है।
कचरे के ढेर में आग 4 अप्रैल, 2022 की दोपहर को लगी। सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई। फायर ब्रिगेड की कुछ गाड़ियां मौके पर पहुंची। करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद लपटें दिखनी बंद हो गई और मान लिया गया कि आग बुझ गई है। लेकिन, सिर्फ लपटें पानी के गिरने से कुछ देर के लिए शांत हुई थी, कचरे का पहाड़ अंदर ही अंदर अब भी धधक रहा था और लगातार जहरीला धुंआ आसपास के इलाकों में फैल रहा था।