देश में ज़ूनोटिक रोग
सदन में पूछे गए एक सवाल के जवाब में, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि, देश में ज़ूनोटिक रोगों में अचानक कोई वृद्धि नहीं देखी गई। हालांकि, पिछले दशक के दौरान कई नई ज़ूनोटिक बीमारियां सामने आई हैं। पिछले दशक में ज़ूनोटिक रोगों की घटनाएं बढ़ी हैं। ये बीमारियां अपने क्षेत्र का विस्तार कर रही हैं या नए रोगजनकों के रूप में पहचानी गई हैं। भारत में बर्ड फ्लू, क्रीमियन-कांगो रक्तस्रावी बुखार (सीसीएचएफ) और निपाह वायरस सहित इनमें से कुछ बीमारियों की घटनाएं देखी गई हैं।
कोयला खनन के कारण भूमि का क्षरण
कोयला खनन से भूमि का क्षरण के संबंध में उठाए गए एक प्रश्न के उत्तर में, संसदीय कार्य, कोयला और खान मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बताया कि, भारत में, 2022-23 में कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) द्वारा खनन के कारण भूमि क्षरण से कुल 3008.05 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है।
भारत में इको पार्क
वहीं एक अन्य प्रश्न के जवाब में प्रल्हाद जोशी ने कहा कि, कोयला या लिग्नाइट सार्वजनिक उपक्रमों ने पिछले पांच वर्षों के दौरान 15 इको-पार्क स्थापित किए हैं। सरकार की ओर से इको पार्क के लिए कोई फंड आवंटित नहीं किया गया है। इको-पार्कों की स्थापना, रखरखाव और इस पर होने वाले व्यय से संबंधित कोयला या लिग्नाइट पीएसयू द्वारा वित्त पोषित किया जाता है।
झारखंड के कोयला खदानों में आग
इसी क्रम में एक अन्य सवाल के जवाब में जोशी ने आज सदन को बताया कि, कोयला खदानों के राष्ट्रीयकरण से पहले अवैज्ञानिक खनन के कारण झारखंड में झरिया की कुछ कोयला खदानें कई वर्षों से जल रही हैं और यह अनुमान लगाया गया है कि स्वीकृत झरिया मास्टर प्लान 2009 के अनुसार, आग के कारण लगभग 37 मीट्रिक टन अच्छी गुणवत्ता वाला प्राइम कोकिंग कोयला नष्ट हो गया है।
आंध्र प्रदेश में यूरेनियम भंडार
आज सदन में उठे एक सवाल के जवाब में, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री और प्रधान मंत्री कार्यालय जितेंद्र सिंह ने बताया कि, परमाणु ऊर्जा विभाग के तहत एक इकाई, परमाणु खनिज अन्वेषण और अनुसंधान निदेशालय (एएमडी) ने अब तक दो यूरेनियम भंडार स्थापित किए हैं, यानी वाईएसआर जिले में तुम्मलापल्ले जमा समूह और आंध्र प्रदेश के पालनाडु (तत्कालीन गुंटूर) जिले में कोप्पुनुरु जमा भंडार है।
इन भंडारों में 2,44,070 टन इन-सीटू यूरेनियम ऑक्साइड स्थापित किया गया है, जिसमें तुम्मलापल्ले में 2,41,309 टन इन-सीटू यूरेनियम ऑक्साइड और कोप्पुनुरु में 2,761 टन इन-सीटू यूरेनियम ऑक्साइड शामिल है। यूरेनियम भंडार का तुम्मलापल्ले समूह, वाईएसआर जिला, भारत के आंध्र प्रदेश में अब तक खोजा गया सबसे बड़ा (2,41,309t U3O8), यूरेनियम भंडार है।
देश में आकाशीय बिजली गिरने से मौतें
आकाशीय बिजली गिरने से होने वाली मौतों को लेकर सदन में पूछे गए एक सवाल के जवाब में, पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरण रिजिजू ने बताया कि, 2021 में देश के विभिन्न राज्यों में बिजली गिरने से कुल 2,880 लोगों की मौत हुई थी।
रिजिजू ने कहा, वर्तमान में आईएमडी की वेबसाइट पर, भारत के 732 जिलों और पूरे देश के 1,089 महत्वपूर्ण शहरों तथा कस्बों के लिए हर तीन घंटों में चेतावनी जारी की जाती है, जो चौबीसों घंटे जारी रहती है। वास्तविक घटना के करीब, डिअमिनी मोबाइल ऐप जो भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान द्वारा विकसित और अनुरक्षित है, 15 मिनट के दौरान उपयोगकर्ता के आसपास (40 किमी दूर से) बिजली गिरने की घटना के साथ-साथ इसकी आशंका के बारे में मोबाइल पर जानकारी प्रदान करता है, जो हर आधे घंटे तक जारी रहती है।
पुराने वाहनों की स्क्रैपिंग
आज सदन में उठाए गए एक सवाल के जवाब में, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन जयराम गडकरी ने कहा कि, मंत्रालय ने वाहन स्क्रैपिंग नीति तैयार की है जिसमें देश भर में पुराने, अनुपयुक्त और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को चरणबद्ध तरीके से हटाने के लिए एक प्रणाली बनाई गई है। नीति में अनफिट व्यावसायिक और व्यक्तिगत वाहनों को उनकी फिटनेस के आधार पर स्वैच्छिक रूप से स्क्रैप करने की परिकल्पना की गई है, भले ही वाहन की उम्र कुछ भी हो। एक जुलाई 2023 तक आरवीएसएफ में 11,095 निजी वाहनों को स्क्रैप किया गया है।
शोध एवं विकास पर व्यय
शोध एवं विकास को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में, शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने बताया कि, नवीनतम उपलब्ध आर एंड डी आंकड़ों के अनुसार, अनुसंधान और विकास (जीईआरडी) पर सकल व्यय के संदर्भ में मापा जाने वाला शोध और विकास (आर एंड डी) पर राष्ट्रीय खर्च पिछले कुछ वर्षों में बढ़ गया है और 2010-11 में 60,196.75 करोड़ रुपये से दोगुने से भी अधिक हो गया है। 2020-21 में 127,380.96 करोड़, जो जीडीपी का 0.64% है।
सांसद आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत आने वाले गांव
वहीं आज सदन में उठाए गए के सवाल के जवाब में, ग्रामीण विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि,पिछले पांच वर्षों के दौरान सांसद आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाई) के तहत 1782 ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया।