एक नए अध्ययन से पता चला है कि पौधे इमारतों के अंदर या इनडोर हवा से बेंजीन जैसे कैंसर पैदा करने वाले यौगिकों सहित जहरीले गैसोलीन धुएं को प्रभावी तरीके से हटा सकते हैं।
इस अध्ययन की अगुवाई प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय सिडनी (यूटीएस) के बायोरेमेडिएशन शोधकर्ता एसोसिएट प्रोफेसर फ्रेजर टॉर्पी ने की है। शोधकर्ताओं ने पाया कि एंबियस या मॉल, बड़ी जगहों की छोटी हरी दीवार, जिसमें इनडोर पौधों का मिश्रण होता है, हानिकारक, कैंसर पैदा करने वाले प्रदूषकों को हटाने में अत्यधिक प्रभावी पाए गए। इन पौधों ने केवल आठ घंटों में आसपास की हवा से 97 प्रतिशत सबसे जहरीले यौगिकों को हटा दिया था।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, घर के अंदर की खराब वायु गुणवत्ता दुनिया भर में 67 लाख असमय मृत्यु के लिए जिम्मेदार है। ज्यादातर लोग अपना 90 फीसदी समय घर, स्कूल या कार्यस्थल के अंदर बिताते हैं, इसलिए हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए नई रणनीति अपनाना महत्वपूर्ण है।
शोधकर्ता ने कहा कि, हवा को साफ करने में इनडोर पौधों और हरी दीवारों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका में नए साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं। ये पौधे हम जितनी तेजी से सांस लेते हैं उतनी ही तेजी के साथ हवा को साफ करते हैं।
शोधकर्ता ने कहा, हम जानते हैं कि घर के अंदर की हवा की गुणवत्ता अक्सर बाहरी हवा की तुलना में काफी अधिक प्रदूषित होती है, जो बदले में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि इस अध्ययन से पता चला है कि घर के अंदर पौधे लगाने जैसी सरल चीज एक बड़ा सुधार ला सकती है।
इनडोर पौधों पर किए गए पिछले अध्ययनों से पता चला है कि वे इनडोर वायु प्रदूषकों की एक बड़ी मात्रा को हटा सकते हैं, हालांकि यह पौधों की गैसोलीन वाष्प को साफ करने की क्षमता का पहला अध्ययन है, जो दुनिया भर में इमारतों में जहरीले यौगिकों के सबसे बड़े स्रोतों में से एक है।
कार्यालय और आवासीय अपार्टमेंट इमारतें अक्सर सीधे पार्किंग गैरेज से जुड़ती हैं, या तो दरवाजे या लिफ्ट शाफ्ट से, जिससे हानिकारक गैसोलीन से संबंधित यौगिकों के काम और आवासीय क्षेत्रों में रिसने से बचना मुश्किल हो जाता है। कई इमारतें आस-पास की सड़कों और राजमार्गों से गैसोलीन के धुएं के संपर्क में भी आती हैं।
गैसोलीन के धुएं में सांस लेने से फेफड़ों में जलन, सिरदर्द और मतली हो सकती है और लंबे समय तक जोखिम से कैंसर, अस्थमा और अन्य पुरानी बीमारियों के बढ़ते खतरों से जुड़ा हुआ है, जिससे जीवन प्रत्याशा कम हो जाती है।
प्रोफेसर टॉर्पी ने कहा कि एक सीलबंद कमरे की माप के आधार पर अध्ययन के परिणाम हवा से गैसोलीन प्रदूषकों को हटाने की उनकी अपेक्षाओं से कहीं अधिक तेज पाए गए।
यह पहली बार है जब पौधों को गैसोलीन से संबंधित यौगिकों को हटाने की उनकी क्षमता के लिए परीक्षण किया गया है और इसके परिणाम आश्चर्यजनक हैं।
पौधे न केवल हवा से अधिकांश प्रदूषकों को घंटों में हटा सकते हैं, वे हवा से सबसे हानिकारक गैसोलीन से संबंधित प्रदूषकों को सबसे कुशलता से हटाते हैं, उदाहरण के लिए, कार्सिनोजेन बेंजीन कम हानिकारक पदार्थों की तुलना में तेज गति से पचता है।
प्रोफेसर टॉर्पी ने कहा, हमने यह भी पाया कि हवा में विषाक्त पदार्थों की जितनी अधिक मात्रा होती है, विषाक्त पदार्थों को हटाने में पौधे उतने ही तेज और अधिक प्रभावी हो जाते हैं, जिससे पता चलता है कि पौधे उन परिस्थितियों के अनुकूल होते हैं, जिनमें वे बढ़ रहे हैं।
शोधकर्ता ने कहा कि शोध के निष्कर्षों ने पूरे देश में सैकड़ों कार्यालय भवनों में पौधों को लगाने की पुष्टि की है।
एंबियस या मॉल, बड़ी जगहों में, हम बार-बार उन हजारों व्यवसायों के लिए स्वास्थ्य, भलाई, उत्पादकता और कार्यालय उपस्थिति में सुधार के लिए पौधों के प्रभावों को देखते हैं जिनके साथ हम काम करते हैं। यह नया शोध साबित करता है कि पौधों को सिर्फ 'अच्छे हैं' के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। बल्कि ये हर कार्यस्थल कल्याण योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
शोधकर्ता ने कहा कि, लब्बोलुआब यह है कि आपके कार्यस्थल और घर में हानिकारक घर के अंदर के वायु प्रदूषकों से निपटने के लिए सबसे अच्छा, सबसे किफायती और सबसे टिकाऊ तरीका पौधों को लगाना है।