नेवेली लिग्नाइट कारपोरेशन लिमिटेड के थर्मल पावर स्टेशन में एक बॉयलर विस्फोट में 6 लोगों की दुखद मौत हो गई है| जबकि 17 घायल हो गए हैं| जिनका इलाज एनएलसी लिग्नाइट अस्पताल में किया जा रहा है| पिछले 2 महीनों के अंदर किसी पावर प्लांट में हुए बॉयलर विस्फोट की यह दूसरी घटना है| यह पावर प्लांट तमिलनाडु के कुड्डालोर में नेवेली में स्थित है|
यह घटना उस समय हुई जब इस प्लांट में काम करने वाले श्रमिक सुबह इसे फिर से शुरू करने वाले थे। विस्फोट की यह घटना चेन्नई से लगभग 180 किलोमीटर दूर कुड्डालोर में हुई है| गौरतलब है कि यह पावर प्लांट, केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली एनएलसी इंडिया लिमिटेड का है| जिसे पहले नेवेली लिग्नाइट कॉर्प लिमिटेड के नाम से जाना जाता था| समाचार एजेंसी 'प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया' के अनुसार इस हादसे में अभी कई और मजदूरों के फंसे होने की आशंका है।
सूत्रों के हवाले से पता चला है कि इस हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।जबकि अभी भी कुछ श्रमिकों के फंसे होने की आशंका है| 16 अन्य को जिन्हें चोटें आई हैं। उन्हें इलाज के लिए चेन्नई के अस्पताल में ले जाया गया है।
इससे पहले मई में एक अन्य बिजली संयंत्र में दो बॉयलरों में हुए विस्फोट से दो श्रमिकों की मौत हो गई थी| जबकि हादसे में आठ श्रमिक घायल हो गए थे।
लॉकडाउन के बाद औधोगिक हादसों की यह कोई नई घटना नहीं है| हाल के कुछ महीनों में कई उद्योगों में इस तरह के हादसे सामने आ रहे हैं| जिनके लिए नियमों की अनदेखी और प्लांट खोलने की हड़बड़ी को जिम्मेदार माना गया है|
इसी तरह की एक घटना में आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में 29 जून, 2020 को एक फार्मास्युटिकल कंपनी में हुए गैस रिसाव के बाद दो लोगों की मौत हो गई थी| जबकि चार को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था। यह घटना परवाड़ा क्षेत्र में साईनार लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड की विशाखापत्तनम इकाई में हुई थी| जिसमें से बेंज़िमिडाज़ोल गैस का रिसाव हुआ था|
7 मई 2020 की सुबह एलजी पोलिमर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के विशाखापट्टनम प्लांट से स्टाइरीन गैस का रिसाव हुआ था| जिसके चलते 12 लोगों कि दुखद मौत हो गई थी, जबकि इससे हजारों लोग प्रभावित हुए थे। इसी तरह की एक और हादसा 6 मई को छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में एक पेपर मिल में हुआ था| जहां गैस रिसाव के कारण सात श्रमिकों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।
इसी तरह का एक हादसा गुजरात में यशश्वी रसायन प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी से जुड़ा है जोकि पेस्टिसाइड (कीटनाशक) बनाती है| यह केमिकल प्लांट गुजरात में भरूच जिले के दहेज स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एसईजेड) में चल रहा था| जिसमें 3 जून 2020 को विस्फोट हो गया था| इस हादसे में करीब 10 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 58 लोग घायल हुए थे| जबकि 4,800 लोगों को विस्थापन का सामना करना पड़ा था| हादसे की वजह, आग लगने के कारण ओर्थो डाईक्लोरो बेनजीन टैंक में दबाव बढ़ गया था जिसके कारण उसके बायलर में विस्फोट हो गया था, को बताया गया है| 11 जून, 2020 को गुजरात के अंकलेश्वर में गुजरात औद्योगिक विकास निगम (जीआईडीसी) के केमिकल एस्टेट के एक कारखाने में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि पांच अन्य घायल हो गए थे। सूत्रों के मुताबिक, यह धमाका हेमनी इंडस्ट्रीज लिमिटेड की यूनिट में हुआ था|