

उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में करीब 91 गांवों में सीवेज निकासी ने बड़ी समस्या पैदा कर दी है। बारिश के पानी की निकासी के लिए बरसाती नाले (स्टॉर्म वाटर ड्रेन) चोक होने के कारण खराब हैं। वहीं गांवों से निकलने वाला सीवेज सीधा नालियों और खुले मैदानों में जा रहा है। साथ ही लोगों को प्रदूषित पानी भी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इससे परेशान होकर ग्रामीणों ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में गुहार लगाई है।
एनजीटी ने 4 जनवरी, 2021 को याचिका पर विचार करने के बाद आदेश में कहा कि स्वच्छ पर्यावरण नागरिकों का आधिकार है। और सतत विकास के सिद्धांतों को पूरा करने में प्राधिकरण विफल रहे हैं। पीठ ने कहा कि एक संयुक्त समिति इस मामले पर जल्द से जल्द कदम उठाए।
चेयरमैन जस्टिस आदर्श कुमार गोयल की अध्यक्षता वाली पीठ ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण, गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी, और उत्तर प्रदेश के शहरी विभाग के सचिव वाली एक समिति गठित करते हुए इस समस्या का समाधान करने का आदेश दिया है।
पीठ ने कहा कि दो हफ्तों के भीतर समिति संबंधित क्षेत्रों का दौरा करते हुए सभी हितधारकों को शामिल करते हुए एक एक्शन प्लान तैयार करे। इस एक्शन प्लान में सीवेज प्रबंधन और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को भी शामिल किया जाए। साथ ही आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाए।
याची ग्रामीणों की ओर से अधिवक्ता आकाश वशिष्ठ ने कहा कि इन गांवों में सीवेज प्रबंधन की व्यवस्था नहीं है। इस बारे में कई बार प्राधिकरणों के पास शिकायतें की गईं लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। ग्रामीणों को प्रदूषित जल पीने को मजबूर होना पड़ रहा है जबकि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के जरिए कभी इन इलाकों में भू-जल के नमूने नहीं लिए गए।
इन गांवों में ओपन सीवेज निकासी
अचीजा, सादुल्लापुर, वैदपुरा, सुनपुरा, भोला रावल, सैनी, खीरी, भनौता, खैरपुर गुज्जर, मिलक लच्छी, पटवाडी, रोजा जलालपुर, बिसरख, जलालपुर, श्योराजपुर, कैलाशपुर, हबीबपुर, सत्याना, दीरीन, खोडना खुर्द, तिलाप्ता करनवास तुस्याना, देवला, सूरजपुर, मलकपुर, गुजरपुर, सादोपुर, जान सामना, बिनोली, खेड़ा धरमपुर, छपरौला, धूम मानिकपुर, खेडा धर्मपुर, इटहरा, हैबतपुर, चमड़ी मिलक, रोका युकुपुर, ऐमनाबाद, जलपुरा, कुलेसरा, मकोडा, थाप खेड़ा, जनपथ, पल्ला, पाली, बोडाकी डेतवली, साकीपुर रायपुर बांगर, डाबरा ढ़ाबा, अजायबपुर, रीठोरी, घोरी बैचर्स, डेरी मच्चा, डेरी स्किनर, खोड़ना खुर्द, छिपायना बुजुर्ग, छिपायना खुर्द, आमका, चक्रसेनपुर, रामगढ़, लखनवली, बिरोंदी और बिरोंदा