डिप्रेशन के दोपहर से पहले पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश के तटों को पार करने के आसार

अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल, झारखंड और उत्तरी ओडिशा में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के 50 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
चक्रवात: बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के लिए विशेष उष्णकटिबंधीय मौसम पूर्वानुमान
चक्रवात: बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के लिए विशेष उष्णकटिबंधीय मौसम पूर्वानुमानस्रोत: भारत मौसम विज्ञान विभाग
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मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़कर डिप्रेशन में तब्दील हो गया है। आज, 25 जुलाई को भारतीय समयानुसार सुबह 05:30 बजे यह उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे तटीय पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के इलाकों में मोंगला से लगभग 130 किमी दक्षिण, पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप से लगभग 150 किमी पूर्व-दक्षिण-पूर्व और पश्चिम बंगाल में कोलकाता से लगभग 170 किमी दक्षिण-पूर्व में केंद्रित था।

इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और आज, 25 जुलाई 2025 को दोपहर से पहले पश्चिम बंगाल और उससे सटे बांग्लादेश के तटों को पार करने की प्रबल संभावना है। इसके बाद, अगले 24 घंटों के दौरान इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और उससे सटे उत्तरी ओडिशा और झारखंड से होते हुए आगे बढ़ने का पूर्वानुमान है।

मौसम विभाग ने कहा है कि इस दौरान ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिणी बांग्लादेश और बंगाल की खाड़ी के उत्तरी व मध्य भाग में बिखरे हुए और मध्यम बादल छाए रहेंगे, जिनमें तीव्र से लेकर भारी रफ्तार का संवहन (गर्मी से ठंडे की ओर बढ़ना) भी शामिल है। बादलों के ऊपर न्यूनतम तापमान शून्य से 70 से 90 डिग्री सेल्सियस नीचे है।

चक्रवाती गतिविधि के चलते आज, उत्तरी बंगाल की खाड़ी, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में इजाफा होकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने का अंदेशा है, साथ ही इस गतिविधि के अगले 24 घंटों तक जारी रहने का पूर्वानुमान है।

अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल, झारखंड और उत्तरी ओडिशा में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के 50 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।

विभाग की मानें तो अगले 24 घंटों के दौरान बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्सों तथा ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर समुद्र की स्थिति बहुत खराब रहने का अंदेशा है।

तूफानी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को अगले 24 घंटों तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर मछली पकड़ने या किसी भी अन्य तरह की गतिविधि से दूर रहने का सुझाव दिया है।

मौसम विभाग ने चक्रवाती गतिविधि के चलते अगले 24 घंटों के दौरान छत्तीसगढ़ के बलरामपुर, बलौदा बाजार, बिलासपुर, जांजगीर_चांपा, जशपुर, कोरबा, कोरिया, महासमुंद, मुंगेली, रायगढ़, सूरजपुर और सरगुजा जेलों में अचानक बाढ़ आने का अंदेशा जताया है

वहीं इसी दौरान, झारखंड के गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, खूंटी, रांची, रामगढ़, बोकारो, पश्चिम सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला, चतरा, गिरिडीह, धनबाद और हजारीबाग जिलों में भी अचानक बाढ़ व जलभराव के आसार हैं।

अगले 24 घंटों के दौरान ओडिशा के अनुगुल, बालेश्वर, बारागढ़, बौडा, भद्रक, कटक, केंद्रपारा, देवगढ़, ढेंकेनाल, जाजापुर, झारसुगुड़ा, केंदुझार, मयूरभंज, संबलपुर और सुबर्नापुर जिलों तथा पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के पूर्वीमेदनीपुर, हाओरा, उत्तर 24 परगना, पश्चिम मेदिनीपुर, पुरुलिया, बांकुरा, मुर्शिदाबाद, नादिया और दक्षिण 24 परगना जिलों में भारी बारिश व तूफानी गतिविधि के कारण अचानक बाढ़ व जलभराव का खतरा है

विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश के अनूपपुर, बालाघाट, छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, पन्ना, रीवा, सागर, टीकमगढ़, सतना, सिवनी, शहडोल, सीधी और उमरिया जिलों तथा पश्चिमी मध्य प्रदेश से सटे अशोकनगर, गुना, रायसेन, शिवपुरी, नर्मदापुरम, बैतूल और विदेशा जिलों में भी भारी बारिश के चलते जलभराव व अचानक बाढ़ आने का अंदेशा जताया गया है।

मौसम विभाग ने इन सभी राज्यों में लोगों के अचानक बाढ़ व जलभराव के चलते सतर्क रहने का सुझाव दिया है।

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