डिप्रेशन में तब्दील हुआ कम दबाव, कई राज्यों में भारी बारिश के आसार

कम दबाव के अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पूर्व राजस्थान से होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और एक कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील होकर कमजोर पड़ने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में फ्लैश फ्लड का खतरा है।
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में फ्लैश फ्लड का खतरा है।
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मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और उससे सटे उत्तर-पूर्व राजस्थान पर बना गहरा दबाव पिछले छह घंटों के दौरान 23 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है। वहीं यह अब कमजोर होकर अवसाद या डिप्रेशन में बदल गया है। यह आज, आज पांच अगस्त को भारतीय समयानुसार या 05:30 बजे उत्तर-पूर्व राजस्थान और उससे सटे उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश पर बना हुआ था।

जो मध्य प्रदेश के शिवपुरी से लगभग 180 किमी उत्तर-पश्चिम में, राजस्थान के सवाई माधोपुर 40 किमी उत्तर-उत्तर-पश्चिम में और राजस्थान के जयपुर से 70 किमी दक्षिण-पूर्व में है। इसके अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पूर्व राजस्थान से होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और एक कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील होकर कमजोर पड़ने का पूर्वानुमान है।

उपरोक्त तूफानी गतिविधियों के चलते मौसम विभाग ने आज और कल पश्चिमी मध्य प्रदेश के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है

उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और उससे सटे उत्तर-पूर्व राजस्थान पर बना गहरा दबाव पिछले छह घंटों के दौरान 23 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है।
उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और उससे सटे उत्तर-पूर्व राजस्थान पर बना गहरा दबाव पिछले छह घंटों के दौरान 23 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है। स्रोत: आईएमडी

वहीं आज, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं। आज और कल पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं।

आज, गुजरात के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने तथा छह अगस्त को कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने का अनुमान है। आज, सौराष्ट्र और कच्छ के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

पांच और छह अगस्त को मध्य महाराष्ट्र के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है, वहीं आज कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। आज और कल कोंकण और गोवा के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ इलाकों में भारी बारिश होने के आसार हैं।

फ्लैश फ्लड के आसार

मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में फ्लैश फ्लड का खतरा है। वहीं, अगले 24 घंटों में भारी बारिश के चलते निचले इलाकों में पानी भरने के आसार जताए गए हैं। गुजरात तथा कोंकण और गोवा में भी फ्लैश फ्लड आने का खतरा है। इन राज्यों के निचले हिस्सों के जलमग्न होने की भी आशंका जताई गई है

तूफानी हवाएं चलने के आसार

कम दबाव के कारण आज, यानी पांच अगस्त को राजस्थान और उससे सटे पश्चिमी मध्य प्रदेश में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवन के और तेज होकर 50 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और उससे सटे उत्तर-पूर्व राजस्थान पर बना गहरा दबाव
उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और उससे सटे उत्तर-पूर्व राजस्थान पर बना गहरा दबावस्रोत: आईएमडी

नुकसान होने की आशंका

मौसम विभाग ने कहा है कि स्थानीय स्तर पर सड़कों में बाढ़, निचले इलाकों में जलभराव और मुख्य रूप से शहरी क्षेत्रों में अंडरपास बंद हो सकते हैं। भारी बारिश के कारण कही-कही दिखाई देना भी कम हो सकता है। सड़कों पर जलभराव के कारण प्रमुख शहरों में यातायात बाधित होने से यात्रा का समय बढ़ सकता है।

कच्ची सड़कों को मामूली नुकसान हो सकता है। कमजोर संरचनाओं को नुकसान होने की आशंका जताई गई है। स्थानीय स्तर पर भूस्खलन, मिट्टी का धंसना आदि होने के आसार हैं। जलभराव के कारण कुछ क्षेत्रों में बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान होने के भी आसार हैं। इससे कुछ नदियों वाले निचले इलाकों में बाढ़ आने की भी आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग की नुकसान से बचने की सलाह

मौसम विभाग ने अपने अपटेड में कहा है कि देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश की आशंका के चलते पश्चिम बंगाल, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में जल जमाव से बचने के लिए फसल वाले खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था की जानी चाहिए। बागवानी फसलों और सब्जियों को तूफान से बचाने के उपाय भी किए जाने चाहिए।

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