चक्रवात अलर्ट: बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव, इन राज्यों में भारी बारिश व नुकसान का अंदेशा

कम दबाव के अगले दो दिनों के दौरान और अधिक स्पष्ट होने और पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, उत्तरी ओडिशा और झारखंड की ओर बढ़ने का अनुमान है।
अगले 12 घंटों के दौरान पश्चिमी मध्य प्रदेश के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका जताई है।
अगले 12 घंटों के दौरान पश्चिमी मध्य प्रदेश के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका जताई है।
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मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और उससे सटे पूर्वी राजस्थान पर बना दबाव पिछले छह घंटों के दौरान 15 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ कर एक गहरे दबाव में तब्दील हो गया है। कल, 25 अगस्त को भारतीय समयानुसार 23:30 बजे यह पूर्वी राजस्थान और उससे सटे पश्चिमी मध्य प्रदेश के पास, राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से लगभग 70 किमी दक्षिण-दक्षिण-पूर्व, पूर्वी राजस्थान के उदयपुर से 90 किमी दक्षिण-पूर्व और गुजरात के डीसा से 250 किमी पूर्व में था।

इसके दक्षिण राजस्थान और गुजरात से होते हुए पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने तथा 29 अगस्त की सुबह तक सौराष्ट्र और कच्छ तथा पाकिस्तान के निकटवर्ती इलाकों और उत्तर-पूर्व अरब सागर तक पहुंचने का पूर्वानुमान है।

मौसम विभाग की मानें तो बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, दक्षिण बांग्लादेश और उसके आसपास के इलाकों पर बना कम दबाव का क्षेत्र कल 25 अगस्त 2024 को भारतीय समयानुसार 23:30 बजे बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों पर स्थित है। इसके अगले दो दिनों के दौरान और अधिक स्पष्ट होने और पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, उत्तरी ओडिशा और झारखंड की ओर बढ़ने का अनुमान है।

: बंगाल की खाड़ी में बना गहरा अवसाद
: बंगाल की खाड़ी में बना गहरा अवसादस्रोत: आईएमडी

तूफानी गतिविधि के कारण भारी बारिश के आसार

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी गतिविधियों को देखते हुए अगले 12 घंटों के दौरान पश्चिमी मध्य प्रदेश के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका जताई है। वहीं, 26 अगस्त को पश्चिमी मध्य प्रदेश के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं।

वहीं आज, यानी 26 अगस्त को पूर्वी मध्य प्रदेश के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है। वहीं इसी दौरान पूर्वी राजस्थान के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी तथा कुछ हिस्सों अत्यधिक भारी बारिश होने के आसार हैं।

26 और 27 अगस्त के दौरान पश्चिमी राजस्थान के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। 27 अगस्त के दौरान दक्षिणी राजस्थान के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा होने की आशंका जताई गई है।

आज, 26 अगस्त को गुजरात के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी तथा कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश होने के आसार हैं। 27 अगस्त को दक्षिण गुजरात में भारी से बहुत भारी तथा कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है।

26 से 28 अगस्त के दौरान सौराष्ट्र और कच्छ के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी तथा कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका है।

आज, कोंकण और गोवा के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी तथा कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। इसी दौरान मध्य महाराष्ट्र के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी तथा कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश होने के आसार हैं।

आज, यानी 26 अगस्त को ओडिशा के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की आशंका जताई गई है। वहीं आज, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है।

वहीं झारखंड की बात करें तो आज, इसके कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं।

तूफानी हवाएं चलने के आसार

मौसम विभाग की मानें तो आज, कम दबाव के कारण मध्य प्रदेश, दक्षिणी राजस्थान, गुजरात तथा उत्तरी महाराष्ट्र के तटों, केरल और माहे, तथा तेलंगाना और उत्तर-पूर्वी अरब सागर में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं। इनमें से कुछ राज्यों में बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है।

उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और उससे सटे पूर्वी राजस्थान पर बना दबाव पिछले छह घंटों के दौरान 15 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ कर एक गहरे दबाव में तब्दील हो गया है
उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और उससे सटे पूर्वी राजस्थान पर बना दबाव पिछले छह घंटों के दौरान 15 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ कर एक गहरे दबाव में तब्दील हो गया हैस्रोत: आईएमडी

तूफानी गतिविधि के चलते मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

आज, मध्य अरब सागर के अधिकांश इलाकों और उत्तरी अरब सागर के दक्षिणी हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के पश्चिमी इलाकों, गुजरात, महाराष्ट्र कोंकण और गोवा, कर्नाटक, मन्नार की खाड़ी और श्रीलंका के तट, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के अधिकतर इलाकों और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के निकटवर्ती इलाकों, मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के अधिकतर हिस्सों, उत्तर आंध्र प्रदेश तट, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।

वहीं आज, गुजरात तट, महाराष्ट्र तट, उत्तर-पूर्व और पूर्व-मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई हैं।

आज, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के उत्तर-पूर्व, मध्य, पश्चिमी हिस्सों, सोमालिया, दक्षिण ओमान के तटों के कुछ हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है। इसके साथ-साथ मछुआरों को मौसम विभाग के द्वारा सलाह दी गई है कि वे 30 अगस्त तक पूर्वोत्तर और उससे सटे पूर्वी मध्य अरब सागर तथा गुजरात और उससे सटे पाकिस्तान और उत्तरी महाराष्ट्र के तटों पर न जाए। वहीं आज, यानी 26 अगस्त को उत्तरी बंगाल की खाड़ी और उत्तरी ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश के तटों पर न जाएं।

तूफानी गतिविधि के कारण नुकसान होने का अंदेशा

मौसम विभाग ने कहा है कि स्थानीय स्तर पर सड़कों पर बाढ़, निचले इलाकों में जलभराव और मुख्य रूप से शहरी क्षेत्रों में अंडरपास बंद हो सकते हैं। भारी बारिश के कारण दृश्यता में कमी आ सकती है। सड़कों पर जलभराव के कारण प्रमुख शहरों में यातायात बाधित होने से यात्रा का समय बढ़ सकता है। कच्ची सड़कों को मामूली नुकसान हो सकता है। कमजोर संरचनाओं को नुकसान होने की आशंका जताई गई है। स्थानीय स्तर पर भूस्खलन या मिट्टी धंस सकती है। जलभराव के कारण कुछ क्षेत्रों में बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है।

मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश, दक्षिण राजस्थान, गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के चलते कृषि संबंधी सलाह भी दी है। जिसमें कहा गया है कि मध्य प्रदेश, दक्षिण राजस्थान, गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र में जल जमाव से बचने के लिए फसल वाले खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था की जाए। बागवानी फसलों को बाहर से सहारा देना और सब्जियों के पौधों को तूफान से बचाने के लिए सहारा देने को कहा गया है।

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