
दुनिया भर में हर साल मच्छर से फैलने वाली बीमारियों से करोड़ों लोग प्रभावित होते हैं। आंकड़ों के अनुसार, मच्छर हर साल 10 लाख से ज्यादा लोगों की जान लेते हैं और करीब 70 करोड़ लोगों को संक्रमित करते हैं। यानी हर दस में से एक इंसान किसी न किसी मच्छर जनित बीमारी से ग्रसित होता है।
20 अगस्त 1897 को ब्रिटिश डॉक्टर सर रोनाल्ड रॉस ने पहली बार यह खोज की थी कि मादा एनाफिलीज मच्छर मलेरिया फैलाता है। इसी खोज की याद में हर साल 20 अगस्त को विश्व मच्छर दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों के बारे में जागरूक करना है।
मच्छर से फैलने वाली बीमारियां
🦟 डेंगू: आज डेंगू सबसे तेजी से फैलने वाली मच्छर जनित बीमारी बन चुकी है। साल 2024 डेंगू के लिए अब तक का सबसे भयावह साल रहा, जब दुनिया भर में 1.4 करोड़ मामले और लगभग 12,000 मौतें रिकॉर्ड की गई। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, साल 2023 में 65 लाख मामले और 7,300 मौतें हुई थीं। 2025 में अब तक 94 देशों में 36 लाख मामले और 1,900 मौतें दर्ज हो चुकी हैं। विशेषज्ञों की मानें तो डेंगू के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
🦟 मलेरिया: मलेरिया मच्छरों से फैलने वाली सबसे विनाशकारी बीमारियों में से एक है। मादा एनाफिलीज मच्छर द्वारा फैलने वाला मलेरिया, काटने के 10 से 15 दिन बाद अक्सर बुखार, सिरदर्द और ठंड लगने का कारण बनता है। साल 2023 में दुनिया भर में मलेरिया के 26.3 करोड़ मामले और 5.97 लाख मौतें दर्ज की गई।
🦟 चिकनगुनिया: मूल रूप से अफ्रीका और एशिया में पाया जाने वाला चिकनगुनिया 2013 में अमेरिका में फैला और तब से 110 से अधिक देशों को अपनी चपेट में ले चुका है। इसके मुख्य वाहक एडीज एल्बोपिक्टस (एशियाई टाइगर मच्छर) और एडीज एजिप्टी हैं, जो दो बेहद आक्रामक मच्छर हैं जो आसानी से नए आवासों में ढल जाते हैं। संक्रमण के कारण जोड़ों में तेज दर्द, बुखार और थकान होती है, जो आमतौर पर कई हफ्तों तक रहती है।
🦟 जीका वायरस: जीका वायरस के संक्रमण आमतौर पर हल्के या बिना लक्षण वाले होते हैं, लेकिन इनके खतरे बहुत ज्यादा होते हैं। बुखार, चकत्ते, जोड़ों का दर्द और नेत्रश्लेष्मलाशोथ इसके लक्षण हैं। यह जोखिम वास्तव में गर्भावस्था के दौरान होता है, जहां संक्रमण से गर्भपात, समय से पहले प्रसव, या माइक्रोसेफली जैसे जन्मजात दोष हो सकते हैं। यह वायरस मुख्य रूप से एडीज मच्छरों द्वारा फैलता है, लेकिन संभोग के माध्यम से भी फैलता है, जिससे यह एक जन स्वास्थ्य चिंता का विषय बन जाता है।
🦟 पीत ज्वर: पीलिया होने के कारण इसे पीलिया नाम मिला है। पीत ज्वर एडीज और हेमागोगस मच्छरों द्वारा फैलता है। पीत ज्वर शुरुआत में बुखार, मांसपेशियों में दर्द, मतली और सिरदर्द के रूप में शुरू होता है, लेकिन गंभीर मामलों में, यह अंगों की विफलता का कारण बन सकता है। पीत ज्वर को मलेरिया या हेपेटाइटिस से अलग करना मुश्किल होता है, जिससे इसका निदान और भी मुश्किल हो जाता है।
🦟 वेस्ट नाइल वायरस: संक्रमित मच्छरों द्वारा फैलने वाला वेस्ट नाइल वायरस बिना लक्षण वाले संक्रमण से लेकर जानलेवा बीमारी तक हो सकता है। हालांकि लगभग 80 फीसदी संक्रमित लोग बिना लक्षण वाले होते हैं, फिर भी कुछ लोगों को बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में कमजोरी या कंपकंपी का अनुभव होता है। कुछ ही मामलों में, यह संक्रमण इंसेफेलाइटिस या मेनिन्जाइटिस जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बनता है। वृद्ध व्यक्ति, प्रत्यारोपण के मरीज और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग विशेष रूप से इसके प्रति संवेदनशील होते हैं।
सरकारें नियमित फॉगिंग, स्वास्थ्य जागरूकता अभियान और वैक्सीन उपलब्ध कराने के जरिए अपनी जिम्मेदारी निभाती हैं। लेकिन समाज की भागीदारी भी उतनी ही जरूरी है। लोग अगर सामूहिक प्रयास से स्वच्छता और सावधानियों पर ध्यान दें तो इन बीमारियों का असर काफी हद तक कम किया जा सकता है। जनजागरूकता ही असली हथियार है।
मच्छर आज भी दुनिया के सबसे खतरनाक जीव माने जाते हैं। डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और जीका जैसी बीमारियां हर साल लाखों जिंदगियां लील रही हैं। हालांकि वैक्सीन और वैज्ञानिक तरीकों से उम्मीद की किरण जगी है, लेकिन जागरूकता, स्वच्छता और सरकार व समाज के संयुक्त प्रयास ही हमें इस संकट से बचा सकते हैं।
हर साल 20 अगस्त को विश्व मच्छर दिवस मनाया जाता है।
मादा एनाफिलीज मच्छर मलेरिया फैलाता है – यह खोज सर रोनाल्ड रॉस ने 1897 में की थी।
मच्छर हर साल 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौत का कारण बनते हैं।
करीब 70 करोड़ लोग हर साल संक्रमित होते हैं, यानी हर दस में से एक व्यक्ति।
डेंगू सबसे तेजी से फैलने वाली बीमारी – 2024 में 1.4 करोड़ मामले और 12,000 मौतें।
मलेरिया अब भी सबसे विनाशकारी – 2023 में 26.3 करोड़ मामले और 5.97 लाख मौतें।
चिकनगुनिया 110 से ज्यादा देशों में फैल चुका है, लंबे समय तक जोड़ों का दर्द देता है।
जीका वायरस गर्भवती महिलाओं और शिशुओं के लिए बेहद खतरनाक।
पीत ज्वर अंग विफलता और मौत का कारण बन सकता है।
वेस्ट नाइल वायरस अधिकतर मामलों में बिना लक्षण, लेकिन गंभीर स्थिति में जानलेवा।
मच्छर जनित बीमारियां सिर्फ स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था और समाज पर भी असर डालती हैं।
बचाव के उपाय: स्वच्छता, मच्छरदानी, पानी का जमाव रोकना, टीकाकरण और जनजागरूकता।