संक्रामक हेपेटाइटिस के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है। इसके कारण लीवर में सूजन हो जाती है जो गंभीर बीमारी यहां तक की यह लीवर कैंसर तक को जन्म देता है।
वर्तमान में दुनिया बच्चों को प्रभावित करने वाले अनजाने तीव्र हेपेटाइटिस संक्रमण के एक नए प्रकोप का सामना कर रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), प्रभावित देशों के वैज्ञानिकों और नीति निर्माताओं के साथ मिलकर इस संक्रमण के कारण को समझने के लिए काम कर रहा है। इसके अब तक पहचाने गए 5 प्रकार के हेपेटाइटिस वायरस हैं जिसमें ए, बी, सी, डी, और ई में से यह किसी से संबंधित नहीं है।
यह नया प्रकोप हर साल बच्चों, किशोरों और वयस्कों में होने वाले हजारों तीव्र संक्रामक हेपेटाइटिस संक्रमणों पर ध्यान केंद्रित करता है। अधिकांश तीव्र हेपेटाइटिस संक्रमण हल्के रोग का कारण बनते हैं और यहां तक कि इनके बारे में जानकारी नहीं होती है। लेकिन कुछ मामलों में वे जटिलताएं पैदा कर सकते हैं और घातक हो सकते हैं। 2019 में तीव्र हेपेटाइटिस ए से ई संक्रमण की जटिलताओं के कारण दुनिया भर में अनुमानित 78000 मौतें हुईं।
वैश्विक प्रयास हेपेटाइटिस बी, सी और डी संक्रमणों के उन्मूलन को प्राथमिकता देते हैं। तीव्र संक्रामक हेपेटाइटिस के विपरीत, ये 3 संक्रमण क्रोनिक हेपेटाइटिस का कारण बनते हैं जो कई दशकों तक रहता है और सिरोसिस और लीवर कैंसर से प्रति वर्ष 10 लाख से अधिक लोगों की मृत्यु हो जाती है।
ये 3 प्रकार के पुराने हेपेटाइटिस संक्रमण 95 फीसदी से अधिक मौतों के लिए जिम्मेदार हैं। जबकि हमारे पास क्रोनिक वायरल हेपेटाइटिस के निदान, उपचार और रोकथाम के लिए मार्गदर्शन और उपकरण हैं, ये सेवाएं अक्सर समुदायों की पहुंच से बाहर होती हैं और कभी-कभी केवल केंद्रीकृत या विशेष अस्पतालों में ही उपलब्ध होती हैं।
विश्व हेपेटाइटिस दिवस 2022 पर, डब्ल्यूएचओ हेपेटाइटिस की देखभाल को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं और समुदायों के करीब लाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाल रहा है ताकि लोगों को उपचार और देखभाल तक बेहतर पहुंच हो, चाहे उन्हें किसी भी प्रकार का हेपेटाइटिस क्यों न हो।
डब्ल्यूएचओ का लक्ष्य 2030 तक हेपेटाइटिस उन्मूलन हासिल करना है। वहां पहुंचने के लिए, डब्ल्यूएचओ ने देशों से विशिष्ट लक्ष्यों को हासिल करने का आह्वान किया है, जिसमें शामिल है -
हेपेटाइटिस बी और सी के नए संक्रमणों को 90 फीसदी तक कम करना
लीवर सिरोसिस और कैंसर से हेपेटाइटिस से संबंधित मौतों को 65 फीसदी तक कम करना
यह सुनिश्चित करना कि हेपेटाइटिस बी और सी वायरस वाले कम से कम 90 फीसदी लोगों का परीक्षण किया जाए तथा पात्र लोगों में से कम से कम 80 फीसदी उचित उपचार प्राप्त कर सकें।
वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे.ऑर्ग के मुताबिक हेपेटाइटिस से संबंधित बीमारी से हर 30 सेकंड में एक व्यक्ति की मौत हो रही है, हम संक्रामक हेपेटाइटिस पर कार्रवाई करने के लिए अब और इंतजार नहीं कर सकते हैं।