विश्व बाल श्रम निषेध दिवस 2024: दस में से एक बच्चा कर रहा है बाल मजदूरी

अफ्रीका में बाल श्रम में लगे बच्चों की कुल संख्या 7.2 करोड़ है जो दुनिया में सबसे ऊपर है। वहीं, एशिया और प्रशांत क्षेत्र में 6.2 करोड़ बच्चे बाल मजदूरी कर रहे हैं
वर्तमान में 16 करोड़ बच्चे बाल मजदूरी में लगे हुए हैं।
वर्तमान में 16 करोड़ बच्चे बाल मजदूरी में लगे हुए हैं। फोटो साभार: आईस्टॉक
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हर साल 12 जून को मनाया जाने वाला विश्व बाल श्रम निषेध दिवस इस साल 2024 में बुधवार को मनाया जा रहा है। इस दिन की थीम है, “चलो अपनी प्रतिबद्धताओं पर काम करें: बाल श्रम को खत्म करें”।

इस दिन बाल श्रम को खत्म करने और बच्चों को शोषण से बचाने के लिए सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया जाता है। यह सरकारों, नियोक्ताओं, श्रमिकों, सिविल सोसाइटी और लोगों को बाल श्रम से मुक्त दुनिया बनाने के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है।

इस साल का विश्व बाल श्रम दिवस के सबसे बुरे रूपों पर कन्वेंशन (1999, संख्या 182) को अपनाने की 25वीं वर्षगांठ मनाने पर आधारित है। यह बाल श्रम के खिलाफ काम करने वाले सभी लोगों को इस पर दो मौलिक कन्वेंशन - कन्वेंशन संख्या 182 और रोजगार या कार्य में प्रवेश के लिए न्यूनतम आयु से संबंधित कन्वेंशन संख्या 138 (1973) के कार्यान्वयन में सुधार करने की भी याद दिलाने का दिन है।

हालांकि समय के साथ बाल श्रम को कम करने में बहुत अधिक प्रगति हुई है, लेकिन हाल के वर्षों में वैश्विक रुझान इसके विपरीत हो गए हैं, जिससे बाल श्रम को उसके सभी रूपों में समाप्त करने के लिए कार्रवाई में तेजी लाने के प्रयासों को एकजुट करने की तत्काल जरूरत को बल मिलता है।

संयुक्त राष्ट्र ने सतत विकास लक्ष्य 8.7 को अपनाने के साथ, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोगों ने 2025 तक बाल मजदूरी के सभी रूपों को समाप्त करने की प्रतिबद्धता जताई है।

इस विश्व बाल श्रम निषेध दिवस, यानी आज 12 जून का उद्देश्य बाल श्रम के सबसे बुरे स्वरूपों पर अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) कन्वेंशन संख्या 182 का प्रभावी कार्यान्वयन करना। आईएलओ के अनुसार न्यूनतम आयु तथा सभी बच्चों को बाल श्रम के सभी रूपों के विरुद्ध कानूनी सुरक्षा प्रदान करना है।

साल 2000 से लेकर लगभग दो दशकों तक, दुनिया बाल श्रम को कम करने में लगातार आगे बढ़ रही थी। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में, संघर्षों, संकटों और कोविड-19 महामारी ने और अधिक परिवारों को गरीबी में धकेल दिया है जिससे लाखों बच्चे बाल श्रम के दलदल में फंस गए हैं।

संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, वर्तमान में 16 करोड़ बच्चे बाल मजदूरी में लगे हुए हैं। यानि दुनिया भर में दस में से लगभग एक बच्चा बाल मजदूरी में लगा हुआ है।

अफ्रीका में बाल श्रम में लगे बच्चों की कुल संख्या 7.2 करोड़ है जो दुनिया में सबसे ऊपर है। वहीं, एशिया और प्रशांत क्षेत्र में 6.2 करोड़ बच्चे बाल मजदूरी कर रहे हैं।

अफ्रीका और एशिया और प्रशांत क्षेत्र में दुनिया भर में बाल श्रम में लगे हर दस बच्चों में से लगभग नौ बच्चे हैं। शेष बाल श्रमिक आबादी अमेरिका (1.1 करोड़), यूरोप और मध्य एशिया (60 लाख) और अरब राज्यों (10 लाख) में विभाजित है। घटना के संदर्भ में, अमेरिका में पांच फीसदी बच्चे, यूरोप और मध्य एशिया में चार फीसदी और अरब राज्यों में तीन फीसदी  बच्चे बाल श्रम में हैं।

जबकि बाल श्रम में बच्चों का प्रतिशत कम आय वाले देशों में सबसे अधिक है, वास्तव में उनकी संख्या मध्यम आय वाले देशों में अधिक है।

कम और मध्यम आय वाले देशों में सभी बच्चों का नौ फीसदी और उच्च-मध्यम आय वाले देशों में सभी बच्चों का सात फीसदी बाल श्रम में हैं। प्रत्येक राष्ट्रीय आय समूह में बाल श्रम में बच्चों की पूर्ण संख्या के आंकड़ों से पता चलता है कि बाल श्रम में 8.4 करोड़ बच्चे, जो बाल श्रम में सभी बच्चों का 56 फीसदी है, वास्तव में मध्यम आय वाले देशों में रहते हैं और अतिरिक्त 20 लाख उच्च आय वाले देशों में रहते हैं।

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