जानिए यूरोप और एशिया में फिर तेजी से क्यों बढ़ रहे कोरोना के मामले, कौन सा वेरिएंट है इसके पीछे?

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक बीए.2 अब तक के सभी सिक्वेंसिंग मामलों का लगभग 86 फीसदी के लिए जिम्मेवार है।
जानिए यूरोप और एशिया में फिर तेजी से क्यों बढ़ रहे कोरोना के मामले, कौन सा वेरिएंट है इसके पीछे?
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क्या है ओमिक्रॉन का स्टील्थ वेरिएंट?

फिर एक बार दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है कोरोना का एक छुपा हुआ वेरिएंट, यह बीए.2 के नाम जाना जाता है। बीए.2 कोरोनावायरस के अत्यधिक तेजी से फैलने वाले ओमिक्रॉन का एक उप-वेरिएंट है जिसे 'छुपा हुआ' या 'स्टील्थ' नाम से भी जाना जाता है। यह दुनिया भर में खासतौर पर यूरोप और एशिया के कई देशों में तेजी से फैल रहा है और इसके चलते दुनिया भर में एक नई लहर आने की चिंता बढ़ गई है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक बीए.2 अब तक के सभी सिक्वेंसिंग मामलों का लगभग 86 फीसदी के लिए जिम्मेवार है। यह अपने अत्यधिक संक्रामक ऑमिक्रॉन के भाई-बहनों, बीए.1 और बीए.1.1 से भी अधिक तेजी से फैलता है, हालांकि अब तक के साक्ष्य बताते हैं कि इससे गंभीर बीमारी होने की संभावना नहीं है।

ओमिक्रॉन परिवार के अन्य प्रकारों के साथ, टीके बीए.2 के खिलाफ अल्फा या कोरोनावायरस के मूल वेरिएंट पिछले की तुलना में कम प्रभावी हैं और समय के साथ सुरक्षा में कमी आती है। हालांकि यूके की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के आंकड़ों के मुताबिक विशेष रूप से अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु को रोकने के लिए बूस्टर खुराक द्वारा सुरक्षा बहाल की जाती है। 

बीए.2 को चीन में हालिया उछाल के साथ-साथ जर्मनी और यूके जैसे यूरोपीय देशों में संक्रमण के रिकॉर्ड दर पर पहुंचने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। फिर भी कुछ यूरोपीय देशों में अब नए मामले धीमी गति से बढ़ रहे हैं या यहां तक कि इनमें कमी भी आ रही हैं।

'स्टील्थ वेरिएंट' का पता लगाना मुश्किल

बीए.2 को "स्टील्थ वेरिएंट" कहा गया है क्योंकि अन्य दो प्रकारों की तुलना में इस वायरस का पता लगाना मुश्किल और अधिक कठिन है। बीए.1 में एक छुपा हुआ जीन हैं इसका एक सामान्य पीसीआर परीक्षण के माध्यम से पता लगाया जा सकता है। बीए.2 और एक अन्य साझेदार, बीए.3, जो प्रचलन में भी बढ़ रहा है लेकिन वर्तमान में निम्न स्तर पर है, केवल जीनोमिक अनुक्रमण द्वारा इसका पता लगाया जा सकता है, कुछ देश दूसरों की तुलना में इस तरीके को अधिक अपनाते हैं।

बीए.2 के बारे में एक अलसी चिंता यह है कि क्या यह उन लोगों को फिर से संक्रमित कर सकता है जो पहले से ही बीए.1 से संक्रमित थे, विशेष रूप से कई देशों में संक्रमण दर में दोहरा अनुभव आश्चर्यजनक रूप से एक साथ हो रहा था। लेकिन यूके और डेनमार्क दोनों के आंकड़ों से पता चला है कि ओमिक्रॉन उन लोगों को फिर से संक्रमित कर सकता है जो अन्य प्रकार के वेरिएंट से संक्रमित थे, जैसे कि डेल्टा, केवल कुछ मुट्ठी भर बीए.2 वाले लोगों में बीए.1 पुनर्संक्रमण के मामले अब तक हजारों लोगों में पाए गए हैं।

स्टील्थ ओमिक्रॉन मूल ओमिक्रॉन वेरिएंट से किस प्रकार भिन्न है?

हालांकि इस बात की पुष्टि करने के लिए बहुत अधिक आंकड़े नहीं है कि क्या स्टील्थ ओमिक्रॉन, ओमिक्रॉन का एक उप-वेरिएंट की तुलना में अधिक गंभीर है, लेकिन डब्ल्यूएचओ का सुझाव है कि यह अधिक तेजी से फैल सकता है।

स्टील्थ ऊपरी सांस लेने वाले मार्ग को प्रभावित करता है

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, स्टील्थ ओमिक्रॉन वेरिएंट मुख्य रूप से ऊपरी सांस लेने वाले मार्ग को प्रभावित करता है। हालांकि, डेल्टा की तरह, बीए.2 वेरिएंट फेफड़ों को प्रभावित नहीं करता है, यही वजह है कि इस वंश से संक्रमित रोगियों को सांस की तकलीफ, गंध और स्वाद की कमी का अनुभव नहीं होता है।

वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि मामलों में अचानक वृद्धि और वैरिएंट की वैश्विक उठापटक उसी समय हुई जब देशों ने लॉकडाउन प्रतिबंधों और सार्वजनिक स्वास्थ्य की पाबंदियों को हटाना शुरू किया। हालांकि वृद्धि होने से अनुमान लगाया जा सकता है कि वायरस अभी भी नुकसान पहुंचा सकता है। यह संक्रमण विशेष रूप से कोरोना आधारित व्यवहार न करने, टीकाकरण की कमी वाले इलाकों और कमजोर आबादी के बीच बढ़ सकता है।

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