बोकारो के सरकारी पोल्ट्री फार्म में एवियन इन्फ्लुएंजा रोग की दस्तक

एवियन इन्फ्लुएंजा रोग के बारे में अंतिम जानकारी जनवरी 2019 के दौरान झारखंड के गोड्डा जिले से पता चली थी
बोकारो के सरकारी पोल्ट्री फार्म में एवियन इन्फ्लुएंजा रोग की दस्तक
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हाल ही में झारखंड के बोकारो में सरकारी पोल्ट्री फार्म के नमूनों में एवियन इन्फ्लुएंजा (एच5एन1) रोग का पता चला है। इस बात का पता भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान ने लगाया है। एवियन इन्फ्लुएंजा रोग के बारे में अंतिम जानकारी जनवरी 2019 के दौरान झारखंड के गोड्डा जिले से पता चली थी।

मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि, केंद्र सरकार ने राज्य को एवियन इन्फ्लुएंजा के निवारण, नियंत्रण और रोकथाम के लिए 2021 की कार्य योजना के अनुसार नियंत्रण और नियंत्रण कार्यों का संचालन करने की सलाह दी है।

विभाग ने नियंत्रण और रोकथाम कार्यों में राज्य की सहायता के लिए दो सदस्यीय केंद्रीय दल भेजा है। साथ ही आवासीय क्षेत्र में निगरानी के अवलोकन के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी अपनी केंद्रीय टीम की तैनाती की है।

प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, भारत सरकार के पशु पालन विभाग के सचिव ने उचित निवारक उपायों के संबंध में झारखंड सरकार पशुपालन सचिव के साथ चर्चा की और केंद्र सरकार की ओर हर तरह की सहायता का आश्वासन दिया है।

पशुपालन आयुक्त ने झारखंड और पश्चिम बंगाल के राज्य पशुपालन विभागों के साथ चर्चा की और प्रभावी नियंत्रण उपायों की सलाह दी ताकि यह रोग अन्य भागों में न फैले।

इसके अलावा, पशुपालन आयुक्त ने झारखंड के राज्य पशुपालन विभाग के संबंधित अधिकारियों के साथ कार्य योजना के अनुसार, नियंत्रण और रोकथाम उपायों को शुरू करने से पहले सभी को जागरूक करने के लिए एक वर्चुअल बैठक की।

प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि, ऐसे सभी किसानों को क्षतिपूर्ति का भुगतान किया जाता है, जिनके पोल्ट्री, पक्षियों, अण्डों और मुर्गी दाने को कार्य योजना के अनुसार राज्य द्वारा चुनकर उसे नष्ट किया जाता है।

भारत सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग (डीएएचडी) ने पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण (एलएच एंड डीसीपी) योजना के तहत, राज्यों को पशु रोगों की रोकथाम के लिए सहायता (एएससीएडी) के अंतर्गत 50:50 की भागीदारी के आधार पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को धन उपलब्ध कराया जाता है।

केंद्र सरकार ने राज्यों को सलाह दी है कि वे पीपीई किट और अन्य उपकरणों, सामानों का पर्याप्त भण्डार बनाए रखें जो कि पोंट्री फार्म के उपचार के लिए आवश्यक हों। सरकार ने राज्य से कहा है कि वे स्वास्थ्य और वन विभागों के साथ समन्वय स्थापित करें और उन्हें एवियन इन्फ्लुएंजा के बारे में जागरूक करें।

केंद्र सरकार राज्य से यह भी अनुरोध किया है कि वे अपने द्वारा किए गए नियंत्रण उपायों पर विभाग को हर दिन के आधार पर जानकारी मुहैया करवाएं। प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक विभाग राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ लगातार बातचीत कर रहा है और स्थिति की निरंतर नजर बनाए हुए है।

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