हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से 13 मार्च, 2021 को कोविड संक्रमितों की जानकारी बताती है कि महाशिवरात्रि की बड़ी जुटान (11 मार्च ) के ठीक 48 घंटे बाद 13 मार्च, 2021 को हरिद्वार में कुल 15 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे।
ठीक डेढ़ महीने बाद 26 मार्च, 2021 को हरिद्वार में एक दिन में कोरोना संक्रमितो ंकी संख्या 1501 पहुंच गई। यदि 13 मार्च को जिले में मिले 23 कोरोना संक्रमितों की संख्या की तुलना 26 मार्च को मिले 1501 कोरोना संक्रमितों की संख्या से करें तो कोरोना संक्रमितों की संख्या में यह 100 गुना से ज्यादा की वृद्धि है।
कुंभ मेले के दौरान दो अहम शाही स्नान 12 और 14 अप्रैल को हुए। 12 अप्रैल और 14 अप्रैल दोनों शाही स्नान के दर्मियान हरिद्वार में एक दिन में औसत कोरोना संक्रमितों के मिलने की संख्या 500 संक्रमितों तक पहुंच गई थी।
वहीं, हरिद्वार मे 13 मार्च तक कुल कोरोना संक्रमित होने वालों की संख्या 13,581 थी और उस तारीख तक कुल 56099 कोरोना सैंपल ही जिले में एकत्र किए गए थे। डाउन टू अर्थ से हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एसके झा ने कहा कि अभी तक जिले में कोरोना संक्रमित होने वालों की संख्या 25 हजार के आंकड़े को पार कर गई है। उन्होंने इसका कोई कारण या स्पष्टीकरण नहीं दिया।
हालांकि चिकित्सा विभाग के आधिकारिक आंकड़ों को अगर देखें तो कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या में भी डेढ़ महीने में 100 फीसदी तक का उछाल आया है। 13 मार्च तक जिले में कोरोना संक्रमित होने वालों की संख्या 13,581 थी जो कि अब दोगुनी (29 हजार संक्रमित) से भी ज्यादा है।
इसके अलावा हरिद्वार में 13 मार्च को एक भी कटेंनमेंट जोन नहीं था, आज वहां 10 कटेंनमेंट जोन बन चुके हैं।
आधिकारिक आंकड़ों में मार्च महीने में हरिद्वार में 8 लोगों की मृत्यु हुई थी जबकि अप्रैल के आधे महीने में ही 8 लोगों की मृ्त्यु हो गई। अप्रैल महीनों में कोरोना मृतकों का आंकड़ा दहाई अंक पार कर चुका है। हालांकि इस महीने अब तक मृत्यु का कुल स्पष् आंकड़ा विभाग की ओर से बताया नहीं गया।
इन आंकड़ों से क्या समझ बनती है। क्या वाकई कुंभ सुपरस्प्रेडर बना ?
कुंभ के दौरान कोरोना संक्रमण का पीछा करने के लिए बेहद कम जांचें की गईं। 11 मार्च को महाशिवरात्रि स्नान के बाद से 26 अप्रैल, 2021 तक हरिद्वार में कुल 12.5 लाख कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए गए। कोरोना नमूनों का यह आकार हरिद्वार पहुंचे एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु के मुकाबले महज 12 फीसदी ही है।
कोरोना संक्रमण का पीछा करने के लिए एंटीजन जांचे अत्यधिक की गईं और आरटीपीसीआर जांच बहुत कम रहीं। 12.5 लाख कुल जांचों में कई अलग-अलग राज्यों में अपने गांव और घर पहुंच चुके हैं। और अब वह संदिग्ध कोरोना संक्रमित हैं।
भव्यता और शोर के साथ शुरु हुआ कुंभ भले ही अंत में प्रतीकात्मक रह गया हो। लेकिन इसने कोरोना संक्रमण के जो निशान दिए हैं वह जल्द धुलेंगे नहीं।