गौरतलब है कि प्राचीन रोम सभ्यता में अमीर व शासक वर्ग, गरीब लोगों का शोषण करता था। उस साम्राज्य के गणतंत्र में बदलने, जिसके बाद गरीबों को भी अमीरों के तरह अधिकार मिलना सुनिश्चित हुआ, के काफी समय बाद रोम एक समकालीन वैश्विक पुनरावृ़त्ति का गवाह बनने जा रहा है। यह और बात है कि इस बार यह एक महामारी के साये में और लोकतांत्रिक परिदृश्य मे होगा। इस बार ‘गरीब’ वे देश हैं, जो कोविड-19 से जान बचाने वाली वैक्सीन की कमी का सामना कर रहे हैं, और ‘अमीर व शासक’ जी-20 के ताकतवर देश हैं।