देश के इन जिलों में बेलगाम हो रहा है कोविड-19

कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के लिए कौन से राज्य और कौन से जिले हैं जिम्मेदार?
केरल में कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है
केरल में कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है
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कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों में एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। पिछले कुछ दिनों से कोविड-19 मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 26 जुलाई को देशभर में 30,820 मामले सामने आए थे जो 27 जुलाई को 42,971 हो गए। 28 और 29 जुलाई को भी कोविड-19 के मामलों में बढ़त जारी रही। 28 जुलाई को 43,165 मामले सामने आए और 29 जुलाई को इनकी संख्या बढ़कर 44,671 पर पहुंच गई। यह 1 जुलाई और 7 जुलाई के बाद माह का तीसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। मामलों में वृद्धि के कारण 26 जुलाई से 29 जुलाई के बीच सक्रिय मामलों की संख्या भी 3,92,694 से बढ़कर 3,99,311 हो गई। इन आंकड़ों को देखकर प्रश्न उठता है कि भारत में कहीं तीसरी लहर ने दस्तक तो नहीं दे दी? डाउन टू अर्थ ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार प्रमुख जिलों पर नजर डाली।

केरल के पांच जिले बढ़ा रहे हैं सिरदर्द

कोविड-19 इंडिया डॉट ओरजी के अनुसार, केरल में पिछले तीन दिन से 22 हजार से अधिक कोविड-19 मामले सामने आ रहे हैं जो देश के कुल मामलों का करीब 50 प्रतिशत है। राज्य में कुल 33,49,365 मामले सामने आए हैं। केरल के एर्नाकुलम जिले में कोविड-19 के सबसे अधिक 4,01,444 सामने आए हैं। पिछले 3 दिनों से यहां 23,00 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। इसके बाद राज्य के मणप्पुरम, कोझिकोड, तिरुअनंतपुरम और थिसूर जिले कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित हैं। इन पांच जिलों में कुल 18 लाख से अधिक मामले हैं। सक्रिय मामलों में भी केरल की हिस्सेदारी 1,54,816 है, जो देश में सर्वाधिक है। राज्य में एक लाख की आबादी पर 9,536 लोग वायरस से संक्रमित पाए जा रहे हैं। केरल की पॉजिटिविटी दर 4.6 प्रतिशत रही है जो पिछले एक हफ्ते में बढ़कर 12.2 प्रतिशत पर पहुंच गई है।

महाराष्ट्र के पांच जिले चिंता का कारण

केरल के बाद महाराष्ट्र सबसे प्रभावित राज्य है। यहां 25 जुलाई के बाद तेजी से मामले बढ़े हैं। 25 जुलाई को यहां 4877 मामले सामने आए। 26 जुलाई को 6258 मामले, 27 जुलाई को 6857 मामले और 29 जुलाई को कुल 7242 नए मामले सामने आए। राज्य में अब तक कुल 62,90,170 मामले आए हैं और 78562 मामले सक्रिय हैं। अगर सबसे प्रभावित जिलों की बात करें तो इनमें पुणे, मुंबई, ठाणे, सांगली, सतारा और कोल्हापुर शामिल हैं। अकेले पुणे में करीब 11 लाख मामले सामने आ चुके हैं और यहां राज्य के 20.6 प्रतिशत मामले सक्रिय हैं। सतारा और सांगली में 10-10 प्रतिशत, ठाणे में 7.5 प्रतिशत, कोल्हापुर में 8.9 प्रतिशत और मुंबई में 7 प्रतिशत सक्रिय मामले हैं। इन सभी जिलों में पिछले तीन दिनों से कोविड-19 के मामलों में उछाल आया है।

पूर्वोत्तर के ये जिले बढ़ा रहे चिंता

मिजोरम की आईजोल जिला पूर्वोत्तर के सबसे प्रभावित जिलों में शामिल है। राज्य में 29 जुलाई को सामने आए 1100 मामलों में 819 मामले अकेले आईजोल से हैं। वर्तमान में राज्य में सक्रिय 11099 मामलों में आईजोल की हिस्सेदारी 8380 है। यानी राज्य के  75.5 प्रतिशत मामले केवल आईजोल से हैं। मिजोरम में पिछले एक हफ्ते के दौरान पॉजिटिविटी दर 22.5 प्रतिशत रही है।

नागालैंड का कोहिमा जिला से भी पूर्वोत्तर राज्यों के सबसे प्रभावित जिलों की सूची में शामिल है। राज्य में सक्रिय 1299 मामलों में कोहिमा की हिस्सेदारी 37 प्रतिशत है। यानी अकेले कोहिमा में 480 मामले सक्रिय हैं। दूसरा सबसे प्रभावित जिला दीमापुर है, जहां 29.8 प्रतिशत मामले सक्रिय हैं। मोकोंगचुंग जिले में 17.8 प्रतिशत मामले सक्रिय हैं। अकेले इन तीन जिलों में राज्य के करीब 85 प्रतिशत मामले सक्रिय हैं।

अरुणाचल प्रदेश की बात करें तो यहां का पापुम पारे जिला सिरदर्द बना हुआ है। राज्य में सक्रिय 4252 मामलों में अकेले इस जिले की हिस्सेदारी 34.5 प्रतिशत (1467 मामले) है। त्रिपुरा का पश्चिमी त्रिपुरा जिला राज्य का सबसे प्रभावित जिला है। राज्य के 3861 सक्रिय मामलों में अकेले इस जिले की हिस्सेदारी 32.9 प्रतिशत (1271 मामले) है। कुछ ऐसा ही हाल मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले का भी है। यहां राज्य के 36.6 प्रतिशत (2107 मामले) मामले सक्रिय हैं। मणिपुर और सिक्किम के जिलेवार आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं।  

दक्षिण के जिले

दक्षिण भारत के कुछ जिले भी वायरस से काफी प्रभावित हैं। इनमें कर्नाटक का बंगलुरु अर्बन जिला भी शामिल है। यहां पिछले दो दिनों में मामलों की संख्या बढ़ी है। 27 जुलाई को यहां 354 मामले सामने आए जो 28 जुलाई को बढ़कर 376 और 29 जुलाई को 506 के आंकड़े पर पहुंच गए। यहां राज्य के 36.2 प्रतिशत (8416 मामले) मामले सक्रिय हैं। दूसरे नंबर दक्षिण कन्नड जिला है जहां 11 प्रतिशत (2551 मामले) मामले सक्रिय हैं। हाल के दिनों में इस जिले में भी मामले बढ़े हैं। आंध्र प्रदेश की बात करें तो यहां का ईस्ट गोदावरी जिला सबसे प्रभावित है। अकेले इस जिले में राज्य के 18.1 प्रतिशत (3843 मामले) मामले सक्रिय हैं। कृष्णा, प्रकाशम, चित्तूर और एसपीएस नेल्लोर अन्य प्रभावित जिले हैं। इन पांच जिलों में राज्य के करीब 70 प्रतिशत मामले सक्रिय हैं। तमिलनाडु का कोयंबटूर 9 प्रतिशत (1905 मामले) सक्रिय मामलों के साथ राज्य का सबसे प्रभावित जिला है। 25 जुलाई के बाद चेन्नई में भी मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इससे यह जिला 7.1 प्रतिशत (1508 मामले) सक्रिय मामलों के साथ दूसरा सबसे प्रभावित जिला बन गया है।

राष्ट्रीय औसत से अधिक पॉजिटिविटी दर

पूर्वोत्तर राज्यों की पॉजिटिविटी दर इस समय देश में सर्वाधिक बनी हुई है। कोविड इंडिया अपडेट्स वेबसाइट के अनुसार, पिछले एक हफ्ते से मिजोरम की पॉजिटिविटी दर सर्वाधिक 22.5 प्रतिशत है। मणिपुर में यह 16.6 प्रतिशत, मेघालय में 11.7 प्रतिशत, नागालैंड में 6.6 प्रतिशत, सिक्किम में 13.3 प्रतिशत, त्रिपुरा में 3.9 प्रतिशत, अरुणाचल प्रदेश में 6.4 प्रतिशत है। इन सभी राज्यों में यह पॉजिटिविटी दर एक हफ्ते के राष्ट्रीय औसत 2.4 प्रतिशत से अधिक है। केरल की पॉजिटिविटी दर भी काफी ऊंची 12.2 प्रतिशत है।

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