
पिछले साल जापान में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या में लगातार नौवें साल गिरावट आई है। यह गिरावट अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है।
जापान के स्वास्थ्य और कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों से पता चला है कि 2024 में जापान में 720,998 बच्चे पैदा हुए, जो पिछले साल की तुलना में पांच प्रतिशत की कमी को दर्शाता है। जापान ने 1899 में इस तरह के आंकड़े एकत्र करना शुरू किया था और तब से लेकर अब तक 2024 में जन्मे बच्चों की संख्या सबसे कम है।
इससे पहले तोहोकू विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर हिरोशी योशिदा ने अनुमान जारी किया था कि जनवरी 2720 तक देश में 14 वर्ष या उससे कम आयु का केवल एक ही बच्चा होगा।
उधर, मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा, "हमारा मानना है कि घटती जन्म दर पर प्रभावी रूप से अंकुश नहीं लगाया गया है।"
उन्होंने बच्चों की देखभाल के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों का विस्तार करने, बच्चों की परवरिश करने वाले परिवारों के लिए सब्सिडी बढ़ाने और वेतन बढ़ाने और मैचमेकिंग प्रयासों को बढ़ावा देने की पहल को और तेज करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
जापान का जनसांख्यिकीय संकट यहां बुजुर्गों बढ़ती आबादी के कारण और भी बढ़ गया है। यहां 29 प्रतिशत से अधिक नागरिक 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के हैं।
कम जन्म और लंबी जीवन प्रत्याशा का संयोजन देश की सामाजिक सुरक्षा प्रणालियों, श्रम शक्ति और आर्थिक विकास पर भारी दबाव डाल रहा है।
विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि आने वाले समय में जापान को श्रमिकों की गंभीर कमी और राजस्व में कमी का सामना करना पड़ सकता है, जो सार्वजनिक सेवाओं को बनाए रखने की इसकी क्षमता को कमजोर कर सकता है।
हालांकि जापान सरकार परिवारों के लिए वित्तीय प्रोत्साहन, बेहतर पैतृक अवकाश नीतियां और कार्यस्थलों को अधिक परिवार-अनुकूल बनाने के प्रयासों जैसे विभिन्न उपाय कर रही है।
बावजूद इसके आलोचकों का तर्क है कि ये पहल इस प्रवृत्ति को उलटने के लिए अपर्याप्त हैं, क्योंकि जापान में जीवनयापन की लागत बहुत ज्यादा है, काम के घंटे भी बहुत लंबे होते हैं। साथ ही समाज में ऐसी परंपराएं या विचार होते हैं जो युवाओं को परिवार शुरू करने से हतोत्साहित कर रहे हैं। इन कारणों से कई युवा शादी करने या बच्चे पैदा करने से बच रहे हैं।
उधर, दक्षिण कोरिया में जन्म दर में हाल ही में हुई वृद्धि आशा की एक किरण दिखाई दी है, हालांकि देश अभी भी वैश्विक स्तर पर सबसे कम जन्म दर वाले देशों में से एक है।
लेकिन जापान अपनी जनसांख्यिकीय गिरावट से जूझ रहा है, सरकार पर परिवार निर्माण को प्रोत्साहित करने और देश की दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए दूरगामी समाधानों को लागू करने का दबाव बढ़ रहा है।
जापान की जनसांख्यिकी का सर्वेक्षण
27 फरवरी को जारी एक सरकारी सर्वेक्षण में यह भी बताया गया कि पिछले साल जापान में विवाहों की संख्या 499,999 तक पहुंच गई। जो 2023 की तुलना में 2.2 प्रतिशत अधिक थी। जो 2023 में 90 साल का सबसे कम रिकॉर्ड की गई थीं।
विशेषज्ञों का तर्क है कि नौकरी के अवसरों में सुधार करना और लैंगिक समानता को आगे बढ़ाना युवा लोगों को शादी करने और परिवार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
सर्वेक्षणों से संकेत मिलता है कि कई युवा जापानी व्यक्ति नौकरी की सीमित संभावनाओं, वेतन वृद्धि के मुकाबले जीवनयापन का अधिक खर्च और कार्यस्थल की संस्कृतियों जैसी चिंताओं का हवाला देते हुए शादी करने या बच्चे पैदा करने में हिचकिचाते हैं।
अनुमान है कि 2070 तक जापान की जनसंख्या में लगभग 30 प्रतिशत की गिरावट आएगी, जो 87 मिलियन तक घट जाएगी। ऐसा भी अनुमान है कि उस समय तक हर 10 में से चार व्यक्ति 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के होंगे, जिससे देश के वृद्ध समाज द्वारा उत्पन्न चुनौतियां और भी बढ़ जाएंगी।