स्ट्रोक के खतरे को 10 फीसदी तक कम कर सकते हैं फल, सब्जियां और साबुत अनाज

जर्नल न्यूरोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि फल, सब्जियां, साबुत अनाज और बीन्स का सेवन स्ट्रोक के खतरे को 10 फीसदी तक कम कर सकता है
स्ट्रोक के खतरे को 10 फीसदी तक कम कर सकते हैं फल, सब्जियां और साबुत अनाज
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सब्जियां, साबुत अनाज और बीन्स का सेवन स्ट्रोक (आघात) के खतरे को 10 फीसदी तक कम कर सकता है। साथ ही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक खाद्य पदार्थ जैसे परिष्कृत अनाज और शक्कर का कम सेवन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। यह जानकारी 10 मार्च 2021 को जर्नल न्यूरोलॉजी में प्रकाशित शोध में सामने आई है। अध्ययन से पता चला है कि उच्च गुणवत्ता वाले यह खाद्य पदार्थ इस्कीमिक स्ट्रोक के जोखिम को कम कर सकते हैं।

स्ट्रोक या आघात, एक तरह की चिकित्सीय स्थिति है जिसमे मस्तिष्क के अंदर रक्त के प्रवाह में परिवर्तन आ जाता है। जिसके कारण मस्तिष्क के टिश्यूज में ऑक्सीजन और अन्य पोषक तत्वों की कमी होने लगती है, जिसके कारण मस्तिष्क की कोशिकाएं मृत होने लगती हैं। इस्कीमिक स्ट्रोक की स्थिति में मस्तिष्क के अंदर धमनियां संकरी या अवरुद्ध हो जाती हैं जिससे रक्त की आपूर्ति में कमी आ जाती है।

दुनिया भर में करीब 85 फीसदी मामले इस्कीमिक स्ट्रोक के ही सामने आते हैं। इसके विपरीत जब दबाव के कारण मस्तिष्क की धमनियां फट जाती हैं तो उसे ब्रेन हैमरेज कहते हैं। अध्ययन में आहार और ब्रेन हैमरेज  के बीच कोई सम्बन्ध नहीं देखा गया था। इस शोध से जुड़े शोधकर्ता मेगु बैडेन ने बताया कि “इससे पहले किए गए कई शोधों से पता चला है कि फल और सब्जियों से भरपूर आहार डायबिटीज से लेकर ह्रदय रोग जैसी अनेकों बीमारियों के खतरे को कम कर सकता है। इस शोध में हम यह जानना चाहते थे कि क्या इस तरह के स्वस्थ आहार और स्ट्रोक के बीच भी किसी तरह का कोई सम्बन्ध है।” 

क्या कुछ निकलकर आया अध्ययन में सामने

इसे समझने के लिए शोधकर्ताओं ने 2 लाख से ज्यादा लोगों पर यह अध्ययन किया था। इस शोध में उन्हीं लोगों को शामिल किया गया था, जिनमें कैंसर और ह्रदय सम्बन्धी बीमारियां नहीं थी, साथ ही इन लोगों के स्वास्थ्य पर 25 वर्षों तक नजर रखी गई थी। इसे समझने के लिए शोधकर्ताओं ने उनके आहार की गुणवत्ता के आधार पर इन लोगों को पांच समूहों में बांटकर अध्ययन किया है।

उदाहरण के लिए एक वर्ग में उन लोगों को शामिल किया गया था जिनके भोजन में पौधों से मिलने वाले पौष्टिक भोजन जैसे हरे पत्तेदार साग, फल, साबुत अनाज, बीन्स और वनस्पति तेल की करीब 12 सर्विंग्स दी गई थी, जबकि इससे कम पौष्टिक आहार वाले ग्रुप में औसतन प्रति दिन साढ़े सात सर्विंग्स दी गई थी। वहीं यदि पौधों से मिलने वाले कम स्वास्थ्कर भोजन के हिसाब से बनाए गए समूहों को देखें तो उनके आहार में परिष्कृत अनाज और उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले आहार शामिल थे, जिनमें मक्का और आलु जैसे खाद्य पदार्थ शामिल थे। वहीं जानवरों से मिलने वाले खाद्य पदार्थों के आधार पर भी लोगों को अलग समूहों में रखकर अध्य्यन किया गया था।

अध्ययन के दौरान 6,241 लोगों में स्ट्रोक के मामले सामने आए थे। जिनमें से 3,015 में इस्कीमिक स्ट्रोक और 853 में ब्रेन हैमरेज मिला था। बाकी लोगों में किस तरह का स्ट्रोक आया था, उस बात का पता नहीं लगा था।

अध्ययन में पता चला है जिन लोगों ने पौधों से मिलने कम स्वास्थकर आहार का सेवन किया था उनमें तुलनात्मक रूप से स्ट्रोक का खतरा 10 फीसदी ज्यादा था। इसी तरह यदि इस्कीमिक स्ट्रोक की बात करें तो जिन लोगों ने फल, सब्जियों और पौधों पर आधारित अन्य पौष्टिक आहार का सेवन किया था उनमें इसका खतरा 8 फीसदी तक कम था। 

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