इलाज पर खर्च करने के कारण दिवालिया हो रहे हैं अमेरिकी

अमेरिका में मेडिकल बैंकरप्सी (स्वास्थ्य खर्च के कारण दिवालिया होना) की घटनाएं बढ़ी हैं। चार प्वाइंट्स में समझिए, क्या है मेडिकल बैंकरप्सी...
Photo: Wikimedia Commons
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अमेरिका में हेल्थ केयर रिफॉर्म पर अपनी राय रखने वाले डेमोक्रेटिक प्रतिनिधि चिकित्सकीय दिवालियापन (मेडिकल बैंकरप्सी) के बारे में काफी बातें कर रहे हैं। इससे सवाल उठना लाजमी है कि यह दिवालियापन कितना व्यापक है और इसके होने का कारण क्या है।

1- कितनी बड़ी समस्या है मेडिकल बैंकरप्सी?

मेडिकल बैंकरप्सी उस स्थिति को कहते हैं जिसमें स्वास्थ्य सेवा के बिल, किसी बीमारी या दुर्घटना या दोनों के ही कारण आय की क्षति होने से लोग दिवालियापन के शिकार हो जाते हैं। यह स्थिति अमेरिका में व्यापक रूप से फैली हुई है। इन दिवालियापन के मामलों में मेडिकल बिल की हिस्सेदारी का सटीक अंदाजा लगाना मुश्किल है, लेकिन एक अध्ययन में सामने आया था कि 60 फीसदी से ज्यादा अमेरिकियों के लिए स्वास्थ्य सेवा के लिए लिया गया कर्ज दिवालियापन का सबसे बड़ा कारण था।

एक दशक में कुल बैंकरप्सी की संख्या आधी होकर 2018 में सिर्फ 7,50,000 रह गई है, लेकिन एक ताजा रिपोर्ट बताती है कि इन बैंकरप्सी में से एक-तिहाई मेडिकल बिल के कारण होती हैं। मजे की बात यह है कि यूरोपीय लोग मेडिकल बैंकरप्सी के कॉन्सेप्ट से ही अनजान हैं।

2- अफॉर्डेबल केयर एक्ट कैसे करता है मदद?

लोगों को मेडिकेड में विस्तार, अपने माता-पिता के बीमा या इंश्योरेंस मार्केटप्लेस के जरिए कवरेज मिला है। इसके अतिरिक्त अफॉर्डेबल केयर एक्ट (एसीए) इंश्योरेंस रेगुलेशन ने इंश्योरेंस लिए सभी अमेरिकियों के लिए प्रोटेक्शन शामिल किया है

3- अब भी कौन आता है खतरे के दायरे में?

अब भी तकरीबन 3 करोड़ अमेरिकी बीमित नहीं हैं। हालांकि इनमें से बड़ी संख्या में लोग कई प्रकार की सार्वजनिक मदद पाने के योग्य हैं, लेकिन कई राज्यों द्वारा अपने मेडिकेड प्रोग्राम को विस्तार देने से मना करने के बाद उन लोगों के सामने चुनौती खड़ी हो गई है। यहां पर यह जान लेना भी जरूरी है कि एसीए को भले ही लाखों लोगों तक पहुंचाया गया है लेकिन इसने मेडिकल बैंकरप्सी के सबसे बड़े कारक 'मेडिकल बिल' पर अंकुश लगाने के लिए कुछ खास नहीं किया।

बीमा लिए हुए अमेरिकी भी मेडिकल बिल की समस्या से सुरक्षित नहीं हैं। हालांकि एसीए ने आउट-ऑफ-पॉकेट पेमेंट और कटौती योग्य राशि पर लिमिट लगाई है, इसके बावजूद कई इंश्योरेंस प्लान्स के तहत ग्राहकों को अब भी सालाना कई लाख  डॉलर चुकाने पड़ते हैं। चिंता की एक बात यह भी है कि कई अमेरिकियों को तथाकथित सरप्राइज बिल के नाम पर लाखों डॉलर का खर्च उठाना पड़ता है।

स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के बारे में गलत जानकारी देने वाली डायरेक्टरी इन समस्याओं को और जटिल बना सकती हैं। लोगों को इस बात का भ्रम हो सकता है कि वे अपने ही नेटवर्क में किसी सेवा प्रदाता को ढूंढ रहे हैं। अंत में, एसीए और कमर्शियल प्लान्स और यहां तक कि मेडिकेयर एडवांटेज ने 'आर्टिफिशियल लोकल प्रोवाइडर डेजर्ट्स' के संबंध में परेशानियां उजागर की हैं। इस परिस्थिति में सर्विस प्रोवाइडर उसी क्षेत्र में लोकेटेड होते हैं, लेकिन नेटवर्क में शामिल नहीं होते हैं। इसके चलते मरीजों को आर्थिक परिणाम का अंदाजा होने के बावजूद नेटवर्क के बाहर से महंगे खर्च पर इलाज कराने के लिए मजबूर होना पड़ता है।

4- मेडिकल बैंकरप्सी से इतर स्वास्थ्य खर्चों की चिताएं अमेरिकियों को कैसे प्रभावित करती हैं?

आधे अमेरिकियों के पास 1,000 डॉलर से कम सेविंग्स हैं। आर्थिक सुरक्षा की इस कमी का असर इस बात पर पड़ता है कि अमेरिकी स्वास्थ्य सेवा को कैसे एक्सेस करते हैं। एक अध्ययन में पता चला कि इन खर्चों के चलते 64 फीसदी अमेरिकी लोग मेडिकल केयर नहीं ले पाते हैं। लाखों की संख्या में अमेरिकी लोग इसी कारण से अपनी दवाएं भी नहीं ले रहे हैं। अपनी जरूरत वाली स्वास्थ्य सेवा को नजरअंदाज करने से लोगों के स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती पर बुरा प्रभाव पड़ता है। जाहिर तौर पर इसके चलते उन्हें बाद में बीमारी के एडवांस स्टेज में और महंगी स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च करना पड़ सकता है।

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