दिल्ली में कोरोनावायरस के कारण जो लॉकडाउन किया गया उससे न केवल हवा की गुणवत्ता में सुधार आया है, साथ ही इसके कारण सौर ऊर्जा के उत्पादन में भी वृद्धि हुई है। यह जानकारी सेल प्रेस जर्नल जूल में छपे एक नए अध्ययन से पता चली है।
शोधकर्ताओं के अनुसार लॉकडाउन की वजह से दिल्ली ही नहीं दुनिया के अन्य हिस्सों में भी हवा की गुणवत्ता में सुधार आया है। अनुमान है कि इसकी वजह से दिल्ली में सोलर पैनल तक करीब 8.3 फीसदी ज्यादा सूर्य की किरणें पहुंच पायी, जिसके कारण सौर ऊर्जा के उत्पादन में वृद्धि हुई है।
जर्मनी के हेल्महोल्त्ज़-इंस्टीट्यूट एर्लांगेन-नूर्नबर्ग से जुड़े शोधकर्ता और इस अध्ययन के प्रमुख लेखक इयान मारियस पीटर्स ने बताया कि, “दिल्ली, दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक है।“ “जिस तरह से इस महामारी को रोकने के लिए अचानक से कठोर कदम उठाए गए और लॉकडाउन लागू किया गया। उससे वायु प्रदूषण में भी एकाएक कमी आ गई, जिसका आसानी से पता लगाया जा सकता है।”
पीटर्स और उनके सहयोगियों ने इससे पहले भी दिल्ली सहित अन्य शहरों में एक अध्ययन किया था, जिसमें उन्होंने यह समझने का प्रयास किया था कि धुंध और वायु प्रदूषण के कारण जमीन तक पहुंचने वाली धूप पर कितना असर पड़ता है। इसके साथ ही सोलर पैनल और सौर ऊर्जा के उत्पादन पर वायु प्रदूषण का कितना असर पड़ता है।
इस शोध से पता चला है कि मार्च 2020 में 2017 से 2019 की तुलना में 8 फीसदी से ज्यादा विकिरण जमीन तक पहुंचा था| शोधकर्ताओं के अनुसार इस बीच धरती तक पहुंचने वाला विकिरण दोपहर में 880 वाट प्रति स्क्वायर मीटर से 950 वाट प्रति स्क्वायर मीटर तक पहुंच गया था| जिसके पीछे की बड़ी वजह वायु प्रदूषण में आई गिरावट थी|
वैज्ञानिकों को पूरा विश्वास है कि इस शोध से मिले आंकड़ों और पहले के निष्कर्षों कि मदद से सौर ऊर्जा पर वायु प्रदूषण के असर को समझने में मदद मिलेगी| इसके साथ ही शोधकर्ताओं को पूरी उम्मीद है कि केवल दिल्ली में ही नहीं जहां भी लॉकडाउन की वजह से हवा साफ हुई है, वहां सौर ऊर्जा के उत्पादन में वृद्धि हुई होगी।
पीटर्स के अनुसार यह महामारी कई मायनों में बहुत नाटकीय रही है। दुनिया पहले जैसी नहीं रही, जब तक यह महामारी खत्म होगी, बहुत कुछ बदल चुका होगा| इसने हमें एक मौका दिया है कि हम देख सकें की साफ हवा में दुनिया कैसी दिखती है| इसने हमें एक मौका दिया है कि हम तेजी से बढ़ते तापमान को रोक सकें और क्लाइमेट कर्व को फिर से समतल कर सके। इसमें सौर ऊर्जा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। जिसकी मदद से ने केवल तापमान में हो रही इस वृद्धि को रोका जा सकता है। बल्कि साथ ही इससे वायु प्रदूषण में भी कमी आ सकती है। जिसकी मदद से हम फिर से खुले नीले आसमान और साफ हवा में सांस ले सकते हैं।