दूसरी ओर, दोआबा क्षेत्र में - जिसमें जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर और शहीद भगत सिंह नगर जिले शामिल हैं, ऐसे दलित-समूह मिलते हैं जो पारंपरिक कारीगर वर्ग से संबंध रखते हैं। वे दलित आबादी का 40 फीसद हैं, जिनमें चमार, अद-धर्मी, रामदसिया और रविदासिया जैसी जातियां शामिल हैं। विदेशों में बसने के मौके पाने और बेहतर शिक्षा के कारण ये समूह समय के साथ समृद्ध होते गए हैं।