विश्व युवा कौशल दिवस संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा नवंबर 2014 में घोषित एक हर साल मनाए जाने वाला कार्यक्रम है, जिसे पहली बार 15 जुलाई 2015 को मनाया गया था। इस दिवस का उद्देश्य दुनिया भर में युवाओं के समक्ष बेरोजगारी और अल्प रोजगार की चुनौतियों के जवाब में युवा कौशल विकास के महत्व के बारे में जागरूकता और समझ को बढ़ावा देना है।
इस पहल में यह माना गया है कि युवाओं में रोजगार योग्य कौशल और दक्षताओं में बढ़ोतरी करना, व्यक्तिगत विकास तथा आर्थिक सशक्तीकरण करना शामिल है।
यह सरकारों, शैक्षणिक संस्थानों, नियोक्ताओं और संगठनों को प्रशिक्षण, शिक्षा और पहलों में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करता है जो युवाओं के कौशल और क्षमताओं को बढ़ाते हैं, जिससे वे श्रम बाजार में अधिक प्रभावी ढंग से भाग ले सकें और सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने में योगदान दे सकें।
विश्व युवा कौशल दिवस 2024 की थीम, "शांति और विकास के लिए युवा कौशल" है, जो शांति स्थापना और संघर्ष के समाधान में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।
आज दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही है, जिनमें से कई युवा वर्ग को प्रभावित करती हैं। हिंसक संघर्ष शिक्षा और स्थिरता में रुकावट डालते हैं, ऑनलाइन वातावरण में गलत चीजों को बढ़ावा देने वाला ध्रुवीकृत वातावरण और लगातार आर्थिक असमानता अवसरों को सीमित करती है।
ये मुद्दे न केवल व्यक्तिगत भविष्य बल्कि समाज की समग्र स्थिरता को भी खतरे में डालते हैं। शांति की संस्कृति को बढ़ावा देने, जिम्मेदार वैश्विक नागरिकों का पोषण करने और सभी के लिए अधिक न्यायपूर्ण, समावेशी और टिकाऊ भविष्य बनाने के लिए सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए युवाओं को आवश्यक कौशल से युक्त करना जरूरी है।
संयुक्त राष्ट्र ने अपनी वेबसाइट पर विश्व युवा कौशल दिवस के उपलक्ष में कहा है कि "आइए हम शांति के दूत के रूप में युवाओं की क्षमता को पहचानने में एकजुट हों तथा उन्हें चुनौतियों का सामना करने तथा शांतिपूर्ण, समृद्ध और टिकाऊ भविष्य में योगदान देने के लिए कौशल और अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हों"।
हर साल 15 जुलाई को मनाया जाने वाला विश्व युवा कौशल दिवस दुनिया भर में युवाओं के विकास और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में अहम महत्व रखता है। यह दिवस युवाओं को रोजगार, उद्यमिता और स्थायी आजीविका के लिए आवश्यक कौशल और योग्यता से लैस करने की आवश्यकता को सामने लाता है।
व्यावसायिक प्रशिक्षण, शिक्षा और प्रशिक्षुता पर अधिक ध्यान देकर, विश्व युवा कौशल दिवस का उद्देश्य शिक्षा और रोजगार के बीच की खाई को पाटना, युवाओं की भारी बेरोजगारी दरों से निपटने में मदद करना और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। यह नवाचार, उत्पादकता और सामाजिक समावेश को बढ़ावा देने में कौशल विकास की भूमिका पर जोर देता है, जिससे वैश्विक विकास लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलती है।
युवाओं के लिए वैश्विक रोजगार रुझान 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, युवाओं की रोजगार की जरूरतों को पूरा करने के लिए अगले 15 वर्षों में 60 करोड़ नौकरियों का सृजन करना होगा।
साल 2020 में रोजगार, शिक्षा या प्रशिक्षण (एनईईटी) में शामिल न होने वाले युवाओं की हिस्सेदारी बढ़कर 23.3 प्रतिशत हो गई, जो पिछले साल की तुलना में 1.5 प्रतिशत अंकों की वृद्धि है और कम से कम पिछले 15 सालों में ऐसा स्तर नहीं देखा गया।
2021 से 2030 के बीच युवा आबादी 7.8 करोड़ से अधिक हो जाएगी। कम आय वाले देशों में इस वृद्धि का लगभग आधा हिस्सा होगा। शिक्षा और प्रशिक्षण प्रणालियों को इस चुनौती से निपटना पड़ेगा।
अच्छी गुणवत्ता वाली प्रशिक्षण, अच्छी तरह से डिजाइन की गई इंटर्नशिप और स्वयंसेवी पहल, पहली बार नौकरी चाहने वालों और युवा स्नातकों के लिए श्रम बाजार में प्रवेश के अवसर प्रदान कर सकती हैं।
विश्व युवा कौशल दिवस का उद्देश्य युवाओं में रोजगार, सभ्य कार्य और उद्यमिता के लिए कौशल बढ़ाना है। विश्व युवा कौशल दिवस के कार्यक्रमों ने युवाओं, तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों, फर्मों, नियोक्ताओं और श्रमिकों के संगठनों, नीति निर्माताओं और विकास भागीदारों के बीच संवाद के लिए एक अनूठा अवसर प्रदान किया है। प्रतिभागियों ने कौशल के लगातार बढ़ते महत्व पर प्रकाश डाला है क्योंकि दुनिया विकास के एक स्थायी मॉडल की ओर बढ़ रही है।