मानवजनित जलवायु परिवर्तन से महासागर गर्म हो रहे हैं इससे दुनिया भर में कई समुद्री प्रजातियों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। समुद्री जीव अपने निवास स्थान बदल रहे हैं, जिससे उन्हें कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अब शोधकर्ताओं ने राइट व्हेल की आबादी पर इस तरह के असर को देखा है।
गर्म होते महासागरों की वजह से गंभीर रूप से लुप्तप्राय उत्तरी अटलांटिक राइट व्हेल की आबादी अपने पारंपरिक और संरक्षित आवास से दूसरी जगह जाने के लिए मजबूर है। जगह बदलने से जानवरों को अधिक घातक जहाज से टकराने, विनाशकारी व्यावसायिक मछली पकड़ने के जालों में फसने और इनके बच्चों को जन्म देने की दर भी बहुत कम हो गई है।
अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि इनके प्रबंधन में सुधार के बिना, राइट व्हेल आबादी में गिरावट जारी रहेगी और आने वाले दशकों में यह विलुप्त हो जाएगी। यह अध्ययन यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैरोलिना के नेतृत्व में किया गया है। अध्ययनकर्ता चार्ल्स ग्रीन ने बताया कि बढ़ता तापमान समुद्र की सतह से सैकड़ों फीट नीचे ढलान के पानी पर अपना असर दिखा रहा है, जिससे राइट व्हेल को अपने पारंपरिक आवास को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
अध्ययन के अनुसार, 2010 के बाद से, व्हेल के बच्चों (बछड़े) को जन्म देने की दर में गिरावट आई है और राइट व्हेल की आबादी में अनुमानित 26 फीसदी की गिरावट आई है। दशक की शुरुआत में, उत्तरी अटलांटिक राइट व्हेल की आबादी 500 से अधिक थी। अब, उत्तरी अटलांटिक राइट व्हेल कंसोर्टियम का अनुमान है कि इनकी आबादी केवल 356 है।
प्रकृति के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ (आईयूसीएन) के द्वारा इस प्रजाति को संकटग्रस्त प्रजातियों की लाल सूची में गंभीर रूप से लुप्तप्राय माना है। हर व्हेल अपने आपको बदलती नहीं हैं, प्रत्येक राइट व्हेल का अपना नाम और शख्सियत होती है और वैज्ञानिक उन्हें अच्छी तरह से जानते हैं। जब वैज्ञानिक राइट व्हेल खोजते हैं, तो वे एक सतत गणना के लिए एक अंतरराष्ट्रीय कैटलॉग में इसको दर्ज करते हैं।
कॉर्नेल एटकिंसन सेंटर फॉर सस्टेनेबिलिटी के एक संकाय शोधकर्ता ग्रीन ने कहा कि राइट व्हेल का समुद्र में सबसे अच्छी तरह से अध्ययन किया गया है। राइट व्हेल सबसे अच्छी तरह से समझी जाने वाली आबादी में से एक है। हम मूल रूप से प्रत्येक व्हेल को जानते हैं। ऐसा बहुत कम होता है कि आप ऐसी आबादी का अध्ययन कर सकें जहां आप सभी को जानते हों। जब राइट व्हेल का मनुष्यों के साथ टकराव होता है, जैसे कि बड़े जहाज या व्यावसायिक मछली पकड़ने से, वैज्ञानिक आसानी से उनके शवों की पहचान कर सकते हैं।
मेन की खाड़ी में गहराई से प्रवेश करने वाला गर्म ढलान वाला पानी गल्फ स्ट्रीम से गर्मी प्राप्त करता है। अटलांटिक मेरिडियनल ओवरटर्निंग सर्कुलेशन के टेल एंड के रूप में, गल्फ स्ट्रीम ने पिछले दस वर्षों के दौरान नाटकीय रूप से अपने रास्ते को बदल दिया है। ग्रीन ने कहा, गर्म जलवायु के कारण, अटलांटिक मेरिडियल ओवरटर्निंग सर्कुलेशन धीमा हो रहा है, जिससे गल्फ स्ट्रीम उत्तर की ओर बढ़ रही है, मेन की खाड़ी में गर्म और नमकीन ढलान वाला पानी जा रहा है। यह अध्ययन ओशनोग्राफी पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
मेन की गर्म होती खाड़ी ने कोपोड्स या सूक्ष्म जलीय जीवों की प्रचुरता को कम कर दिया है, छोटे क्रस्टेशियंस जैसे केकड़ा, झींगा मछली, झींगा, या बार्नेकल, जो राइट व्हेल के पसंदीदा नाश्ता हैं। जिसके कारण राइट व्हेल के बच्चों को जन्म देने की दर कम हो गई है और व्हेल को मेन की खाड़ी में अपने मध्य गर्मियों के भोजन के मैदान को छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया है। अब व्हेल उत्तर की ओर सेंट लॉरेंस की खाड़ी के ठंडे पानी की ओर बढ़ गई हैं।
2015 के बाद से, वैज्ञानिकों ने सेंट लॉरेंस की खाड़ी में भोजन करने वाली राइट व्हेल की संख्या में वृद्धि देखी है, जहां जहाजों से होने वाली टक्कर और मछली पकड़ने के गियर में उलझने को रोकने के लिए कोई सुरक्षा नहीं थी। इसने 2017 में एनओएए द्वारा घोषित एक असामान्य मृत्यु घटना को जन्म दिया है, जब 17 राइट व्हेल की मौत की पुष्टि हुई थी, जो ज्यादातर सेंट लॉरेंस की खाड़ी में थे। 2019 में दस राइट व्हेल मृत पाई गईं, जबकि 2020 और 2021 में अब तक चार मौतें हो चुकी हैं।
दक्षिण कैरोलिना विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर और प्रमुख अध्ययनकर्ता एरिन मेयर-गुटब्रोड ने कहा कि राइट व्हेल हर साल मर रहीं हैं। इससे पहले की यह प्रजाति पूरी तरह विलुप्त हो जाए उससे पहले सुरक्षात्मक नीतियों को तुरंत मजबूत किया जाना चाहिए।
महासागर वैज्ञानिक रस्सी मुक्त मछली पकड़ने के गियर, पोत गति सीमा पर नियंत्रण और निगरानी और पारिस्थितिकी तंत्र के पूर्वानुमान के लिए नई नीतियों की उम्मीद कर रहे हैं। मेयर-गुटब्रोड ने कहा हमारी बदलती जलवायु में राइट व्हेल आबादी जल्दी और अप्रत्याशित रूप से बदल सकती है।