कुल 47 देशों और एक क्षेत्र को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मलेरिया-मुक्त प्रमाणित किया गया है।  फोटो साभार: आईस्टॉक
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विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तिमोर-लेस्ते को मलेरिया मुक्त घोषित किया

साल 2002 में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से, तिमोर-लेस्ते ने मलेरिया के विरुद्ध मुकाबले में उल्लेखनीय प्रगति की है, 2006 में 2,23,000 से अधिक मामलों के शिखर से घटकर 2021 से स्थानीय मामले शून्य हो गए हैं।

Dayanidhi

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने तिमोर-लेस्ते को मलेरिया मुक्त घोषित किया है। यह उस देश के लिए एक अहम उपलब्धि है, जिसने इस रोग को प्राथमिकता दी थी तथा 2002 में स्वतंत्रता हासिल करने के तुरंत बाद ही इसके खिलाफ एक ठोस, राष्ट्रव्यापी प्रतिक्रिया शुरू कर दी थी।

इस अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर तिमोर-लेस्ते के लोगों और सरकार को बधाई देता है। तिमोर-लेस्ते की सफलता साबित करती है कि मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति, समझदारी भरे हस्तक्षेप, निरंतर घरेलू और बाहरी निवेश और समर्पित स्वास्थ्य कर्मियों के एकजुट होने से मलेरिया को रोका जा सकता है।

प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि आज की घोषणा के साथ, कुल 47 देशों और एक क्षेत्र को विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा मलेरिया-मुक्त प्रमाणित किया गया है। तिमोर-लेस्ते, विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में प्रमाणित होने वाला तीसरा देश है, इससे पहले मालदीव को 2015 और श्रीलंका को 2016 में मलेरिया-मुक्त घोषित किया गया था।

मलेरिया उन्मूलन का प्रमाणन विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तब दिया जाता है जब कोई देश, बिना किसी संदेह के, यह साबित कर देता है कि कम से कम पिछले तीन सालों से देश भर में मलेरिया फैलने की श्रृंखला रुक गई हो।

डब्ल्यूएचओ के द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में तिमोर-लेस्ते सरकार के स्वास्थ्य मंत्री, डॉ. एलिया एंटोनियो डी अराउजो डॉस रीस अमरल, एसएच ने कहा कि हमने यह कर दिखाया। मलेरिया हमारे सबसे निर्दयी दुश्मनों में से एक रहा है जो लगातार और घातक रहा है। हमने एक ऐसी बीमारी के कारण बहुत से लोगों की जान गंवाई जिसे रोका जा सकता था।

लेकिन हमारे स्वास्थ्य कर्मियों ने कभी हार नहीं मानी, हमारे समुदाय मजबूत रहे और विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसे हमारे सहयोगी हमारे साथ रहे। 2,23,000 मामलों से शून्य तक पहुंचना, यह उन्मूलन हर गंवाई गई जान और अब बचाए गए हर जीवन का सम्मान करता है। मलेरिया के दोबारा प्रवेश को रोकने के लिए हमें निरंतर सतर्कता और सामुदायिक कार्रवाई के साथ इस जीत की रक्षा करनी चाहिए।

भारी मलेरिया ग्रस्त देश से मलेरिया मुक्त देश की ओर तेजी से बदलाव

साल 2002 में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से, तिमोर-लेस्ते ने मलेरिया के विरुद्ध मुकाबले में उल्लेखनीय प्रगति की है 2006 में 2,23,000 से अधिक मामलों के शिखर से घटकर 2021 से स्थानीय मामले शून्य हो गए हैं।

तिमोर-लेस्ते की मलेरिया उन्मूलन में सफलता, 2003 में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय मलेरिया कार्यक्रम की स्थापना हेतु तेजी से की गई कार्रवाई से प्रेरित थी, जो देश भर में मलेरिया नियंत्रण प्रयासों की योजना, कार्यान्वयन और निगरानी के लिए एक समर्पित कार्यक्रम है। शुरुआत में केवल दो पूर्णकालिक अधिकारियों के साथ, यह कार्यक्रम मजबूत तकनीकी नेतृत्व, प्रबंधकीय क्षमता और बारीकियों पर ध्यान देने के माध्यम से शुरुआत में ही प्रगति की नींव रखने में सक्षम रहा।

प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मलेरिया से निपटने में तिमोर-लेस्ते की सफलता देश के नेतृत्व और स्वास्थ्य मंत्रालय, विश्व स्वास्थ्य संगठन, स्थानीय समुदायों, गैर-सरकारी संगठनों, दानदाताओं और विभिन्न सरकारी क्षेत्रों के बीच मजबूत सहयोग के महत्व को सामने लाती है।

मलेरिया के मामलों को लेकर निगरानी प्रणाली में तेजी से आंकड़े एकत्रित करने की यह प्रतिक्रिया सुनिश्चित करती है, जबकि प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ता सहित मलेरिया के मामलों का समय पर पता लगाने और जांच सुनिश्चित करते हैं। इन मिलेजुले प्रयासों ने देश को आधिकारिक तौर पर मलेरिया-मुक्त प्रमाणित होने का मार्ग प्रशस्त किया है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन कब प्रदान करता है मलेरिया-मुक्त प्रमाणन?

मलेरिया-मुक्त प्रमाण प्रदान करने का अंतिम निर्णय विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक द्वारा लिया जाता है, जो मलेरिया उन्मूलन एवं प्रमाणन पर तकनीकी सलाहकार समूह की अनुशंसा और मलेरिया नीति सलाहकार समूह द्वारा मान्यता के आधार पर लिया जाता है।

जब कोई देश, बिना किसी उचित संदेह के, यह सिद्ध कर दे कि सभी लोगों में मलेरिया परजीवियों के स्थानीय संचरण की श्रृंखला कम से कम पिछले तीन सालों से पूरे देश में रुक गई है और वहां एक गहन निगरानी और प्रतिक्रिया प्रणाली मौजूद है जो देश में मलेरिया को फैलने फैलने से रोक सकती है।

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