शोध के ये परिणाम बताते हैं कि भांग पीने से टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल (टीएचसी) के सेवन की तुलना में अलग-अलग कारणों से रक्त वाहिका के काम पर बुरा प्रभाव पड़ता है। फोटो साभार: कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय - सैन फ्रांसिस्को
स्वास्थ्य

अच्छा नहीं है रोज भांग का सेवन

जो लोग नियमित रूप से किसी भी रूप में मारिजुआना या भांग का सेवन करते हैं, उनमें रक्त वाहिकाओं का कार्य कम हो जाता है, जो तंबाकू या धूम्रपान करने वालों के बराबर हो जाता है

Dayanidhi

मनोरंजन और औषधीय रूप में भांग को वैध ठहराए जाने से इसके उपयोग में बढ़ोतरी हो गई है। शोधकर्ताओं ने रक्त वाहिकाओं के स्वास्थ्य को लेकर इसके परिणामों को समझने के लिए एक नया अध्ययन शुरू किया।

अध्ययन में पाया गया है कि लंबे समय तक भांग का उपयोग, चाहे वह धूम्रपान के रूप में हो या खाद्य रूप में सेवन किया जा रहा हो दिल संबंधी खतरों बढ़ा सकता है। इस बात का खुलासा कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय सैन फ्रांसिस्को के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन में सामने आया है।

जामा कार्डियोलॉजी में प्रकाशित रिपोर्ट में पाया गया कि जो लोग नियमित रूप से किसी भी रूप में मारिजुआना या भांग का सेवन करते हैं, उनमें रक्त वाहिकाओं का कार्य कम हो गया था, जो तंबाकू या धूम्रपान करने वालों के बराबर था। जिन लोगों ने किसी भी तरह से भांग का सेवन किया, उनमें खून की नसों का काम उन लोगों की तुलना में लगभग आधे से कम हो गया, जिन्होंने इसका उपयोग नहीं किया।

रक्त वाहिकाओं के कार्य में कमी दिल के दौरे, उच्च रक्तचाप और अन्य हृदय संबंधी खतरों से जुड़ी है। शोधकर्ताओं ने अक्टूबर 2021 और अगस्त 2024 के बीच 55 लोगों को भर्ती किया जो बाहरी रूप से स्वस्थ थे और या तो नियमित रूप से भांग पिया करते करते थे या टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल (टीएचसी) युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करते थे, जो भांग में पाया जाने वाला पहला मनो-सक्रिय यौगिक है।

प्रतिभागियों में से किसी ने भी निकोटीन का कोई भी रूप नहीं लिया, उन्होंने कम से कम एक साल तक सप्ताह में कम से कम तीन बार भांग का सेवन किया। भांग पीने वालों में औसतन 10 साल तक लगातार भांग का सेवन किया गया और जो लोग खाद्य पदार्थ लेते थे, उनमें औसतन पांच साल तक भांग का सेवन किया गया।

रक्त वाहिका के कार्य में कमी के साथ-साथ, भांग या मारिजुआना धूम्रपान करने वालों के रक्त सीरम में ऐसे बदलाव हुए जो एंडोथेलियल कोशिकाओं के लिए हानिकारक थे, जो सभी खून और लसीका वाहिकाओं की आंतरिक परत बनाते हैं। हालांकि, जिन लोगों ने टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल (टीएचसी) युक्त खाद्य पदार्थ लिए, उनके रक्त सीरम में ये बदलाव नहीं दिखे।

यह स्पष्ट नहीं है कि टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल (टीएचसी) रक्त वाहिकाओं को किस तरह से नुकसान पहुंचाता है। शोध पत्र में शोधकर्ताओं के हवाले से कहा गया कि यह इस तरह से हो रहा होगा कि रक्त सीरम में ये बदलाव शामिल न हों।

शोध के ये परिणाम बताते हैं कि भांग या मारिजुआना पीने से टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल (टीएचसी) के सेवन की तुलना में अलग-अलग कारणों से रक्त वाहिका के काम पर बुरा प्रभाव पड़ता है।