ट्रॉपॉस्फेरिक मॉनिटरिंग इंस्ट्रूमेंट ( टीआरओपीओएमआई) के जरिए फरवरी 2018 से मई 2019 तक जुटाए गए सेेटेलाइट आंकड़ों से यह स्पष्ट तौर पर पता चलता है कि सिर्फ दिल्ली-एनसीआर ही नहीं बल्कि मुंबई, बंगलुरू, कलकत्ता, चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहर जहाँ वाहनों की संख्या अधिक है, सबसे अधिक प्रदूषित हॉटस्पॉट बने हैं। इसी तरह कोयला और औद्योगिक क्षेत्र जैसे मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश की सीमा में बसे सिंगरौली-सोनभद्र, छत्तीसगढ़ में कोरबा, ओडिशा में तलचर, महाराष्ट्र में चंद्रपुर, गुजरात में मुंद्रा और पश्चिम बंगाल में दुर्गापुर भी नाइट्रोजन ऑक्साइड