अमेरिका में एक आरामदायक जीवन छोड़कर रॉबिन सिंह और शिवानी भल्ला भारत लौट आए। यहां उन्होंने जब देश भर में यात्राएं कीं तो उन्हें अहसास हुआ कि उन्हें जानवरों को बचाने और उनके पुनर्वास की दिशा में काम करना चाहिए। इसलिए उन्होंने हिमाचलप्रदेश की पहाड़ियों में स्थित धनोटू नामक एक छोटे से गांव में पीपलफार्म नामक एक गैर-लाभकारी उद्यम स्थापित किया। हालांकि उनका लक्ष्य अपने जानवरों का कल्याण करना है, लेकिन उन्होंने अपने जैविक फार्म के चारों ओर ऐसी संरचनाएं स्थापित की हैं, जो उनके उद्यम को आत्मनिर्भर बनाने में सहायता करती हैं। वे बिना जुताई वाली कृषि करते हैं, जो फसल उगाने का एक अनोखा और #प्राकृतिक तरीका है। इस फार्म में आकर आप देख सकते हैं कि कैसे वे अपनी खुद की जैविक उपज उगाते हैं जो वहां काम कर रहे कर्मचारियों और स्वयंसेवकों का भरण-पोषण करता है। इसी उपज का एक हिस्सा जानवरों को खिलाया जाता है। अधिक जानने के लिए वीडियो देखें!