सड़कों पर आवारा पशुओं की वजह से मध्यप्रदेश में आए दिन दुर्घटनाएं होतीं रहती है। ब्यावरा का गिंदौरहाट गांव के लोगों ने गाय खुला छोड़ने पर सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। मध्यप्रदेश सरकार ने इस जनवरी में आवारा गायों को सड़क से हटाने के लिए जुर्माना दोगुना करने का निर्णय अभी सरकारी फाइलों तक ही सिमटा हुआ है।
मध्यप्रदेश में सड़क पर घूम रहे आवारा पशुओं की वजह से आए दिन भयानक हादसे होते रहते हैं। गुरुवार को भोपाल से देवास जाते हुए पद्म श्री सम्मान प्राप्त कबीर गायक प्रह्लाद टिपानिया घायल का कार किसी जानवर के अचानक सामने आ जाने की वजह से अनियंत्रित हो गया और इस हादसे में वे घायल हो गए। हादसे में एक कार सवार की मौत भी हो गई। ऐसे हादसे लगातार हो रहे हैं। सड़क परिवहन विभाग के द्वारा जारी हालिया आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2016 में देशभर में 1,604 हादसे आवारा पशुओं की वजह से हुई जिसमें से 600 से अधिक लोगों की मौत इन हादसो में हो गई। मध्यप्रदेश में साल 2016 में 162 हादसे आवारा पशुओं की वजह से हुए जिसमें 25 लोगों की जान गई।
मध्यप्रदेश में मवेशी खुले में छोड़ने पर 250 रुपए जुर्माने का प्रावधान है लेकिन इस कानून को और प्रभावी बनाने के लिए जनवरी में पशुपालन विभाग ने कानून में संशोधन कर जुर्माना राशि को दोगुना करने का फैसला लिया था। आगे की कार्यवाही के लिए यह फाइल न्याय विभाग को भेजी गई थी। यह प्रस्ताव अभी फाइलों में ही अटका है।
गांव वाले खुद समाधान लेकर सामने आए
सरकार की तरफ से कानून में ढील देखते हुए राजगढ़ जिले के ब्यावरा स्थित गिंदौरहाट गांव के लोगों ने इस समस्या से खुद ही निपटने का फैसला किया है। गांव के गौ संरक्षण समिति के सदस्यों ने फरमान जारी किया है कि हर घर में गाय बांधी जाएगी। जो गाय नहीं बांधेगा उन पर पांच सौ रुपए का जुर्माना लगेगा और सार्वजनिक कार्यों से उन्हें बहिष्कृत कर दिया जाएगा। गांव के लोगों ने इस समिति के तहत आसपास के गांव की गायों को भी आवारा न घूमने देने का संकल्प लिया है। ग्रामीण नरेंद्र साहू के मुताबिक इस निर्णय के बाद गांव में आवार गाय दिखनी बंद हो गई है।
कहां तक पहुंचा सीएम का प्रोजेक्श गौ-शाला
मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक मुख्यमंत्री कमलनाथ के गायों पर सड़क से हटाने का निर्देश पूरा करने के लिए गौ-शाला प्रोजेक्ट में 955 गौ-शाला निर्माण का काम शुरू हो गया है। वर्तमान में 614 गौ-शालाएँ चल रही हैं। संचालित गौ-शालाओं में वर्तमान में एक लाख60 हजार गायों का पालन-पोषण किया जा रहा है। प्रोजेक्ट गौ-शाला से शहरों और गाँवों में आवारा पशुओं को आश्रय मिलेगा। साथ ही, आवारा पशुओं की वजह से होने वाले सड़क हादसों और खेतों में फसल को नुकसान पहुंचाने के मामलों में कमी आएगी।
एक्सीडेंट रोकने के लिए गाय की सिंग पर रेडियम
इन सब कोशिशों के अलावा मध्यप्रदेश के शाजापुर और अशोकनदर जिले में प्रशासन ने अपनी तरफ से आवारा पशुओं की सिंग पर रेडियम चिपकाने का काम शुरू कर दिया है। इससे ड्राइवर रोड पर दूर से आते आवारा पशु और आवारा गायों को रेडियम की वजह से रात में भी देख पाएगा और हादसों की आशंका कम होगी। अशोकनगर जिला पुलिस ने गायों के सिंग पर रेडियम की पट्टी लगाया ताकि एक्सीडेंट्स रोका जा सके। शाजापुर में भी गायों पर रेडियम चिपाकाए गए।