केंद्रीय कृषि मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि इस साल 21 अगस्त तक खरीफ फसलों की बुवाई 1062.93 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 979.15 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई थी।
21 अगस्त, 2020 को जारी इन आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में बुवाई क्षेत्र में 8.56 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। जारी आंकड़ों के मुताबिक खरीफ फसलों के अंतर्गत बुवाई क्षेत्र कवरेज की प्रगति स्थिति इस प्रकार है –
चावल – 378.32 लाख हेक्टेयर जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 338.65 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी। इस प्रकार बुवाई क्षेत्र में 11.71 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
दलहन - 132.56 लाख हेक्टेयर जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 124.15 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी। इस प्रकार बुवाई क्षेत्र में 6.77 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
मोटे अनाज – 174.06 लाख हेक्टेयर जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 166.80 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी। इस प्रकार बुवाई क्षेत्र में 4.35 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
तिलहन - 191.14 लाख हेक्टेयर जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 167.53 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी। इस प्रकार बुवाई क्षेत्र में 14.09 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
गन्ना - 52.19 लाख हेक्टेयर जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 51.62 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी। इस प्रकार बुवाई क्षेत्र में 1.10 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
कपास - 127.69 लाख हेक्टेयर जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 123.54 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी। इस प्रकार बुवाई क्षेत्र में 3.36 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
जूट और मेस्टा - 6.97 लाख हेक्टेयर जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 6.86 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी। इस प्रकार बुवाई क्षेत्र में 1.68 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि खरीफ फसलों के तहत क्षेत्रफल कवरेज की प्रगति पर कोविड-19 का कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। इस बयान में यह भी बताया गया है कि 20.08.2020 तक देश में सामान्य वर्षा 628.3 मिलीमीटर की तुलना में वास्तविक वर्षा 663 मिलीमीटर हुई अर्थात 1.6.2020 से 20.8.2020 तक की अवधि के दौरान (+) 6 प्रतिशत का डिपार्चर रहा।
केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार देश के 123 जलाशयों में जल भंडारण पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 90 प्रतिशत है और यह पिछले 10 वर्षो के औसत भंडारण का 107 प्रतिशत है।