संसद में आज: बेमौसम बारिश से डेढ़ लाख हेक्टेयर से ज्यादा फसल क्षेत्र प्रभावित

असम में पिछले पांच सालों में अफ्रीकी स्वाइन फीवर (एएसएफ) के कारण 44,596 सूअरों की मौत हुई है और इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए 8,295 सूअरों को मारा गया।
संसद में आज: बेमौसम बारिश से डेढ़ लाख हेक्टेयर से ज्यादा फसल क्षेत्र प्रभावित
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बेमौसम बारिश से फसलों को नुकसान को लेकर सदन में उठाए गए एक सवाल के जवाब में आज, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा में राज्य सरकारों व केंद्र शासित प्रदेशों से हासिल की गई जानकारी का हवाला दिया।

जिसमें कहा गया किए मानसून सीजन 2025 (14 जुलाई, 2025 तक) के दौरान ओलावृष्टि व भारी बारिश तथा बाढ़ से कुल 1,58,651.077 हेक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ। प्रभावित फसलों में धान, गेहूं, जौ, सरसों, ज्वार, बाजरा, मक्का, प्याज और बागवानी फसलें शामिल हैं।

राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन का कार्यान्वयन

सदन में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में आज, कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने लोकसभा में कहा कि राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन (एनएमएनएफ) देश भर में 7.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फैले 15,000 प्राकृतिक खेती समूहों में कार्यान्वित किया जा रहा है। प्रत्येक समूह लगभग 50 हेक्टेयर का क्षेत्र तथा लगभग 125 किसान इससे जुड़े हुए हैं।

देश भर में चक्रवात के खतरे पर लगाम लगाने की परियोजना

सदन में उठे एक सवाल का लिखित जवाब देते हुए आज, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में बताया कि राष्ट्रीय चक्रवात जोखिम न्यूनीकरण परियोजना (एनसीआरएमपी) का उद्देश्य चक्रवातों के प्रति संवेदनशीलता को कम करना है। साथ ही चक्रवात के खतरे वाले राज्यों में तटीय पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण के साथ-साथ लोगों और बुनियादी ढांचे को आपदा प्रतिरोधी बनाना था।

इसे पश्चिम बंगाल सहित आठ तटीय राज्यों में दो चरणों में लागू किया गया था। पहले चरण में आंध्र प्रदेश और ओडिशा को शामिल किया गया था, जबकि दूसरे चरण में छह राज्यों, अर्थात गोवा, गुजरात, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल को शामिल किया गया था।

आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक, 2024

एक और प्रश्न का उत्तर देते हुए आज, गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में कहा कि आपदा प्रबंधन (संशोधन) अधिनियम, 2025 संसद द्वारा पारित कर दिया गया है और 29.मार्च, 2025 को राष्ट्रपति की स्वीकृति हासिल कर ली गई है। इस अधिनियम के प्रावधान नौ अप्रैल, 2025 से लागू हो गए हैं। राय ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) में 16 परिचालन बटालियन हैं और उनकी कुल स्वीकृत संख्या 18,581 है।

असम के सूअरों पर अफ्रीकी स्वाइन फीवर का प्रभाव

असम के सूअरों में स्वाइन फीवर को लेकर सदन में उठे एक सवाल के जवाब में आज, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री एस.पी. सिंह बघेल ने लोकसभा में असम राज्य से प्राप्त जानकारी का हवाला दिया। जिसमें कहा गया है कि पिछले पांच सालों में अफ्रीकी स्वाइन फीवर (एएसएफ) के कारण 44,596 सूअरों की मौत हुई है और इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए 8,295 सूअरों को मारा गया।

देश में स्थापित सौर परियोजनाएं

आज सदन में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा तथा विद्युत राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने राज्यसभा में बताया कि 30 जून, 2025 तक देश में स्थापित सौर परियोजनाओं की कुल क्षमता 116.25 गीगावाट है।

2024-25 के दौरान उत्पादित ऊर्जा 144.15 बिलियन यूनिट है। देश में वर्तमान में कुल नौ बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) परियोजनाएं ( एक या उससे अधिक मेगावाट घंटा क्षमता) 204.5 मेगावाट, 505.6 मेगावाट घंटा की कुल स्थापित क्षमता के साथ चालू हैं।

कोरोना मामलों में अचानक वृद्धि

सदन में उठाए गए एक सवाल के जवाब में आज, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने राज्यसभा में कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 28 मई 2025 को एक रोग प्रकोप समाचार (डॉन) जारी किया। जिसमें बताया गया कि फरवरी 2025 के मध्य से दुनिया भर में सार्स-सीओवी-2 की गतिविधि बढ़ रही है, विशेष रूप से पूर्वी भूमध्यसागरीय, दक्षिण-पूर्व एशिया और भारत सहित पश्चिमी प्रशांत क्षेत्रों के देशों में।

उक्त रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 2025 की शुरुआत से, वैश्विक सार्स-सीओवी-2 वेरिएंट के रुझान में थोड़ा बदलाव आया है और एनबी.1.8.1 वेरिएंट (निम्बस) की रिपोर्टिंग बढ़ रही है, लेकिन कोविड-19 में कुल वृद्धि मोटे तौर पर पिछले साल की इसी अवधि के दौरान देखे गए स्तरों के अनुरूप है।

पंजाब में कैंसर उपचार सुविधाओं के लिए कैंसर ट्रेन का उपयोग

सदन में पूछे गए एक प्रश्न का लिखित उत्तर देते हुए आज, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने राज्यसभा में रेल मंत्रालय से हासिल की जानकारी का हवाला दिया। जिसमें कहा गया है कि भारतीय रेलवे "कैंसर ट्रेन" नाम की कोई भी ट्रेन नहीं चला रही है। केंद्र सरकार 'तृतीयक कैंसर देखभाल सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण' योजना का क्रियान्वयन कर रही है। इस योजना के तहत, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को देश भर में राज्य कैंसर संस्थानों (एससीआई) और तृतीयक कैंसर देखभाल केंद्रों (टीसीसीसी) की स्थापना के लिए सहायता प्रदान की जाती है।

जाधव ने कहा कि प्रत्येक एससीआई के लिए अधिकतम स्वीकार्य सहायता 120 करोड़ रुपये और प्रत्येक टीसीसीसी के लिए 45 करोड़ रुपये है। अब तक, इस योजना के तहत कुल 39 संस्थानों (19 एससीआई और 20 टीसीसीसी सहित) को मंजूरी दी गई है, जिनमें अमृतसर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में एससीआई और फाजिल्का के सिविल अस्पताल में टीसीसीसी शामिल हैं। रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी सेवाएं सरकारी मेडिकल कॉलेज, अमृतसर में उपलब्ध हैं, जबकि कीमोथेरेपी सेवाएं सिविल अस्पताल, फाजिल्का में उपलब्ध हैं।

युवाओं में परिपक्वता से शुरू होने वाला मधुमेह

सदन में सवालों का सिलसिला जारी रहा, वहीं एक और सवाल के जवाब में, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने राज्यसभा में हाल ही में प्रकाशित अध्ययन (जे एसोसिएट फिजिशियन इंडिया 2025) का हवाला दिया। जिसके मुताबिक, भारत में युवाओं में परिपक्वता से शुरू होने वाले मधुमेह के एक नए उप-प्रकार की पहचान की गई है। युवाओं में परिपक्वता से शुरू होने वाला मधुमेह एक प्रकार का मोनोजेनिक मधुमेह है जो एक जीन में उत्परिवर्तन के कारण होता है।

अब तक युवाओं में परिपक्वता से शुरू होने वाले मधुमेह के 14 विभिन्न प्रकारों की पहचान की जा चुकी है। युवाओं में परिपक्वता से शुरू होने वाले मधुमेह का यह नया प्रकार एटीपी (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) बाइंडिंग कैसेट सबफैमिली सी मेंबर 8 [एबीसीसी8] नामक जीन में कार्य हानि उत्परिवर्तन के कारण होता है, जैसा कि अध्ययन में बताया गया है। हाल ही में प्रकाशित एक और अध्ययन के अनुसार, 14 प्रकार के युवा-शुरुआती मधुमेह (मैच्योरिटी ऑनसेट डायबिटीज) में से, युवा-शुरुआती मधुमेह (मैच्योरिटी ऑनसेट डायबिटीज)-एक और युवा-शुरुआती मधुमेह (मैच्योरिटी ऑनसेट डायबिटीज)-तीन भारत में सबसे आम हैं।

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