नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रुरल डेवलपमेंट (नाबार्ड) के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2016-17 में कुल 10,65,755.67 रुपये बैंकों के जरिए ऋण बांटे गए इनमें 50.14 फीसदी यानी 5,34,351.43 रुपये ही छोटे और सीमांत किसानों को मिल पाया। जबकि 2017-18 में 11,62,616.98 का ऋट बांटा गया और 49.93 फीसदी यानी 5,80,457.42 रुपए ही छोटे व सीमांत किसानों को मिल पाए। 2018-19 में 12,54,762.20 (प्रोविजनल) रुपये का ऋट बांटा गया और इसमें 49.90 फीसदी यानी 6,26,087.53 (प्रोविजनल) ही छोटे और सीमांत किसानों को मिल पाए।