राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ताजा रिपोर्ट एक्सीडेंटल डेथ्स एंड स्यूसाइड्स इन इंडिया 2022 के अनुसार, साल 2021 में 1,64,033 आत्महत्याओं के मुकाबले साल 2022 में 1,70,924 आत्महत्याएं हुई हैं। इनमें महाराष्ट्र (13.3 प्रतिशत), तमिलनाडु (11.6 प्रतिशत), मध्य प्रदेश (9 प्रतिशत), कर्नाटक (8 प्रतिशत) और पश्चिम बंगाल (7.4 प्रतिशत) की हिस्सेदारी सबसे अधिक है। इस लिहाज से देखें तो भारत में साल 2022 में हर घंटे 19 लोगों ने आत्महत्या की। जबकि कृषि क्षेत्र से हर घंटे 1 से अधिक किसानों और कृषि श्रमिकों ने अपनी जान दी।
व्यवसायिक नजरिए से देखें तो साल 2022 में आत्महत्या करने वालों में सबसे अधिक 26.4 प्रतिशत हिस्सेदारी दिहाड़ी मजदूरों की रही, जबकि 14.8 प्रतिशत हिस्सेदारी गृहणियों की थी। 2021 में इनकी हिस्सेदारी क्रमश: 25.6 और 14.1 प्रतिशत थी।
साल 2022 में अखिल भारतीय आत्महत्या दर (एक लाख की आबादी पर आत्महत्या) 12.4 रही जो इससे पहले 12 थी। 2022 में सर्वाधिक आत्महत्या दर वाले राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में सिक्किम (43.1), अंडमान एवं निकोबार द्वीप (42.8), पुदुचेरी (29.7), केरल (28.5) और छत्तीसगढ़ (28.2) शामिल हैं। देशभर के 19 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में आत्महत्या दर राष्ट्रीय औसत से अधिक रही जबकि 17 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में यह दर राष्ट्रीय औसत से कम थी। इस मामले में सबसे बेहतर स्थिति बिहार, मणिपुर, नागालैंड, जम्मू-कश्मीर, लक्षद्वीप और उत्तर प्रदेश की रही।
एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, देशभर में हुई 18.4 प्रतिशत आत्महत्याओं की वजह बीमारियां रहीं। 12 राज्यों में व केंद्र शासित प्रदेशों में बीमारियों की वजह से आत्महत्या की दर राष्ट्रीय औसत से अधिक रही। अंडमान एवं निकोबार द्वीप, पंजाब, तमिलनाडु, सिक्किम और गोवा में बीमारियों की वजह से आत्महत्या की दर सबसे अधिक थी।
कृषि क्षेत्र में आत्महत्या बढ़ी
रिपोर्ट के अनुसार, कृषि क्षेत्र में आत्महत्या 2022 में बढ़ी हैं। साल 2021 में 10,881 किसानों व कृषि श्रमिकों के मुकाबले साल 2022 में 11,290 किसानों व कृषि श्रमिकों ने जान दी। कृषि क्षेत्र में आत्महत्या में यह वृद्धि मुख्य रूप से कृषि श्रमिकों की अधिक आत्महत्या के कारण हुई है, जबकि किसानों की आत्महत्या में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। कृषि क्षेत्र में महाराष्ट्र (4,248 आत्महत्या), कर्नाटक (2,392 आत्महत्या) और आंध्र प्रदेश (917 आत्महत्या) में सर्वाधिक आत्महत्या दर्ज की गईं। साल 2022 में आत्महत्या करने वाले 5,207 किसानों में 4,999 पुरुष जबकि 208 महिलाएं थीं। वहीं आत्महत्या करने वाले 6,083 कृषि श्रमिकों में 5,472 पुरुष और 611 महिलाएं शामिल थीं। रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, चंडीगढ़, लक्षद्वीप व पुदुचेरी में कृषि क्षेत्र से संबंधित कोई आत्महत्या दर्ज नहीं की गई।